ओलंपिक खेलों के शुरू होने पहले जापान की राजधानी में सोमवार से आपातकाल लागू कर दिया गया. 6 सप्ताह का यह आपातकाल 22 अगस्त तक लागू रहेगा. यहां कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और अस्पतालों के बिस्तर भरने लगे हैं.
महामारी के शुरू होने के बाद यह चौथी बार है, जब टोक्यो में आपातकाल लागू किया गया है. नए आपातकाल का मुख्य लक्ष्य बार और रेस्तरां में परोसी जाने वाली शराब को रोकना है क्योंकि अधिकारी चाहते हैं कि लोग सार्वजनिक रूप से इकट्ठा होने की जगह घर में रहें और टेलीविजन पर इन खेलों का लुत्फ उठाएं.
स्टेडियम में प्रशंसकों के नहीं होने से इसका 23 जुलाई से 8 अगस्त तक होने वाले ओलंपिक पर भी काफी असर पड़ेगा. नए प्रतिबंधों के बाद प्रशंसक इन खेलों को सिर्फ टेलीविजन पर देख पाएंगे.
आपातकाल के दौरान पार्क, संग्रहालय, थिएटर और अधिकांश दुकानें एवं रेस्तरां को रात 8 बजे बंद करने का अनुरोध किया गया है. टोक्यो के निवासियों से गैर-जरूरी चीजों के लिए बाहर निकलने से बचने और घर से काम करने का अनुरोध किया गया है. लोगों को मास्क पहनने और अन्य सुरक्षा उपायों को अपनाने के लिए कहा गया है.
इस आपातकाल से टोक्यो की 1.4 करोड़ जनता के साथ चिबा, सैतामा और कानागावा जैसे आसपास के शहरों के कुल 3.1 करोड़ लोग प्रभावित होंगे. इस आपातकाल के उपायों को ओसाका और दक्षिणी द्वीप ओकिनावा में भी लागू किए गए हैं.
टोक्यो में शनिवार को कोविड-19 संक्रमण के 950 मामले सामने आए, जो पिछले दो महीने में सबसे ज्यादा है. जापान ने हालांकि दूसरे देशों की तुलना में वायरस का बेहतर तरीके से सामना किया है. वहां इसके लगभग 8.20 लाख मामले दर्ज हुए है, जिसमें से मरने वालो की संख्या 15,000 है.
सबसे बड़ी चिंता की बात यह है कि टोक्यो के लोग बार-बार लगने वाले आपातकाल से उब गए है और इसमें अब सरकार का सहयोग नहीं कर रहे हैं. बड़ी संख्या में युवा रात आठ बजे के बाद सड़कों और पार्कों में इकट्ठा हो जा रहे हैं और उन्हें रोकने के लिए अधिकारियों ने रात में गश्त शुरू कर दिए हैं.
स्वास्थ्य मंत्री नोरिहिसा तमुरा ने कहा है कि ओलंपिक के उत्सव के बीच लोगों को शराब पीने से प्रभावी रूप से रोकना बड़ा सिरदर्द होगा. विशेषज्ञों का कहना है कि जापान में लोग अपनी गर्मी की छुट्टियों और ओलंपिक के दौरान घूमने के कारण एथलीटों और अन्य प्रतिभागियों की तुलना में वायरस के प्रसार में अधिक खतरनाक हो सकते हैं.