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ओलंपिक की तीरंदाजी स्पर्धा में भारत की चुनौती पदक के बिना ही समाप्त हो गई. अतनु दास पुरुषों के व्यक्तिगत वर्ग के प्री-क्वार्टर फाइनल में जापान के ताकाहारू फुरूकावा से 4-6 से हार गए. अतनु पांचवें सेट में एक बार भी 10 स्कोर नहीं कर सके और आठ का स्कोर उन पर भारी पड़ा.
दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी के क्वार्टर फाइनल में हारने के बाद भारत की उम्मीदें अतनु पर ही टिकी थीं. पिछले मैच में लंदन ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता ओ जिन हयेक को हराने के बाद दास लंदन ओलंपिक रजत पदक विजेता और यहां टीम वर्ग का कांस्य जीत चुके जापानी तीरंदाज को नहीं हरा सके.
एक समय 1- 3 से पिछड़ने के बाद उन्होंने वापसी करके स्कोर 3-3 कर दिया. चौथे सेट में मुकाबला बराबरी का रहा, लेकिन जापानी तीरंदाज ने पांचवें सेट में 28-27 से जीत दर्ज की. दास ने आखिरी दोनों तीर पर आठ स्कोर किया.
10 से शुरुआत करने के बाद अतनु ने दबाव बनाया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने बराबरी से उनका सामना करके दूसरा सेट जीता. चौथे सेट में दास ने दो बार 10 स्कोर किया और इस सेट के बाद स्कोर बराबर था.
अतनु दास ने हार के बाद कहा, ‘ओलंपिक में हर मैच अलग होता है. हालात, मानसिक स्थिति और सब कुछ अलग होता है. मैं पिछले मैच से तुलना नहीं करना चाहता. मैंने कोशिश की, लेकिन मैं नाकाम रहा.’ उन्होंने कहा, ‘शायद मैंने बहुत अधिक तनाव ले लिया था. खेल में इसका सामना करना पड़ता है. अगली बार और मेहनत करूंगा.’
अतनु की पत्नी दीपिका क्वार्टर फाइनल में हार गईं, जबकि दीपिका और प्रवीण जाधव मिश्रित युगल में और अतनु, प्रवीण, तरुणदीप राय पुरुष टीम स्पर्धा के क्वार्टर फाइनल में कोरियाई टीमों से ही हारकर बाहर हुए थे.