भारतीय तीरंदाज अतनु दास ने पुरुष व्यक्तिगत स्पर्धा के दूसरे दौर में दो बार के ओलंपिक चैम्पियन दक्षिण कोरिया के ओह जिन हयेक के खिलाफ जीत दर्ज की. उन्होंने पिछड़ने के बाद यह कामयाबी हासिल की. अतनु ने इस जीत का श्रेय वाइफ दीपिका कुमारी को दिया. दीपिका को अतनु का हौसला बढ़ाते हुए देखा गया, जो 2-4 से पिछड़ने के बाद शूट ऑफ में जीत दर्ज करने में सफल रहे.
टोक्यो ओलंपिक में पति-पत्नी की भारतीय जोड़ी
टोक्यो ओलंपिक की मिक्स्ड टीम इवेंट में अपनी पत्नी और दुनिया की नंबर एक तीरंदाज दीपिका कुमारी के साथ प्रतिस्पर्धा पेश करने का मौका नहीं मिलने पर गुरुवार को उन्होंने निराशा जताई. पिछले साल जून में शादी करने वाली अतनु और दीपिका की जोड़ी ओलंपिक खेलों में एक ही स्पर्धा में चुनौती पेश करने वाली पति-पत्नी की पहली भारतीय जोड़ी है.
मिक्स्ड डबल्स में जोड़ी टूटने के बाद दीपिका जिन हयेक के खिलाफ अंतिम 32 के मुकाबले में अतनु की हौसलाअफजाई के लिए मौजूद थीं. जिन हयेक टोक्यो खेलों में पुरुष टीम स्पर्धा जीतने वाली कोरिया की टीम का हिस्सा थे. अतनु और दीपिका दोनों व्यक्तिगत स्पर्धाओं के प्री-क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुके हैं और प्रतियोगिता में भारत की ओर से तीरंदाजी में सिर्फ इन्हीं दोनों की चुनौती बरकरार है.
अतनु बोले- खुशकिस्मती है मेरी पत्नी मेरे साथ है
अतनु ने जीत हासिल करने के बाद ‘मिक्स्ड जोन’ (जहां खिलाड़ी मीडिया से बात करते हैं) में कहा, ‘मैं हर समय उनकी बात सुन रहा था. वह मेरा हौसला बढ़ा रही थीं, कह रही थीं कि- अपने ऊपर भरोसा रखो, तुम कर सकते हो, धैर्य रखो और स्थिति का सामना करो.’ उन्होंने कहा, ‘वह दुनिया की नंबर एक तीरंदाज हैं और मेरी खुशकिस्मती है कि इस प्रतियोगिता में मेरी पत्नी मेरे साथ है. यह मेरे लिए बहुत बड़ा समर्थन और प्रेरणा है.’
अतनु को मिश्रित युगल में दीपिका के साथ जोड़ी बनाने का मौका नहीं मिला क्योंकि वह रैंकिंग दौर में प्रवीण जाधव से पीछे रहे. पहली बार ओलंपिक में हिस्सा ले रहे जाधव ने 31वां, जबकि अतनु ने 35वां स्थान हासिल किया था.
तीरंदाजी प्रबंधन ने इस जोड़ी को नजरअंदाज किया..?
भारतीय तीरंदाजी टीम प्रबंधन ने रैंकिंग के अनुसार चलने का फैसला किया और इस स्टार जोड़ी की एक महीने से भी कम समय पहले पेरिस विश्व कप में स्वर्ण पदक जीतने की उपलब्धि को नजरअंदाज कर दिया. जाधव और दीपिका ने पहली बार जोड़ी बनाई और उन्हें कोरिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में हार का सामना करना पड़ा.
जोड़ी क्यों नहीं बनी..? 'मुझे नहीं पता क्यों’
अतनु ने कहा, ‘मुझे मिश्रित टीम में उसके साथ खेलने की उम्मीद थी, लेकिन दुर्भाग्य से यह संभव नहीं था. मुझे नहीं पता क्यों?’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन यह काफी संतोषजनक है (कि हम दोनों अंतिम 16 में पहुंच गए हैं). हम अपनी पुरजोर कोशिशि कर रहे हैं. देखते हैं क्या होता है.’
अतनु दास अगले दौर में स्थानीय दावेदार तकाहारू फुरुकावा से भिड़ेंगे, जो लंदन 2012 ओलंपिक के व्यक्तिगत रजत पदक विजेता और यहां कांस्य पदक जीतने वाले जापान की टीम के सदस्य थे. यह पूछने पर कि क्या वे खेल गांव में एक साथ रहते हैं, अतनु ने कहा, ‘मैं पुरुष टीम के साथ रहता हूं. वह खेल गांव में अलग रहती हैं, लेकिन ज्यादातर समय हम संग होते हैं.’