टोक्यो ओलंपिक के फाइनल मुकाबले में रवि दहिया की हार हो गई है. उन्होंने रजत पदक अपने नाम किया है. इस हार पर रवि दहिया के पिता ने कहा है कि उन्हें गोल्ड की उम्मीद थी. वहीं परिजन बता रहे हैं कि अगर सामने वाले ने ब्रेक नहीं लिया होता, तो दहिया जरूर इस मैच में जीत जाता. जोर देकर कहा गया है कि दूसरे पक्ष ने चालाकी की है.
पिता निराश, परिजन नाराज
बता दें कि फाइनल मुकाबले में रवि दहिया को रूस के पहलवान जावुर युगुऐव ने उन्हें 7-4 से हराया है. रवि ओलंपिक में सिल्वर जीतने वाले भारत के दूसरे पहलवान हैं. इससे पहले सुशील कुमार 2012 ओलंपिक में फाइनल में पहुंच कर सिल्वर मेडल जीत चुके हैं. ऐसे में परिवार को दहिया की सफलता पर खुशी है, लेकिन उन्हें इस बात की नाराजगी भी है कि मैच का परिणाम कुछ और भी हो सकता था.
परिजनों के मुताबिक जावुर युगुऐव ने मेडिकल के नाम पर कुछ टाइम बर्बाद किया था. उन्होंने आराम के लिए रेसलिंग को कुछ देर के लिए रुकवा दिया था. अगर ऐसा नहीं होता तो गोल्ड दहिया के नाम रहता. उनकी नजरों में मैच लगातार जारी रहता तो दहिया जरूर जावुर को हरा देते.
पीएम मोदी ने बढ़ाया मनोबल
मैच से पहले तक तो रवि दहिया के परिवार को पूरी उम्मीद थी कि इस बार देश के नाम गोल्ड होगा. उनके पिता राकेश दहिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि देश को उन पर पूरा भरोसा है और वे गोल्ड जरूर जीतेंगे. लेकिन अब जब वो सपना टूटा है, तो पिता भी थोड़े मायूस हैं. वैसे पिता जरूर थोड़े मायूस हैं, लेकिन पीएम मोदी ने रवि दहिया का मनोलब बढ़ाया है. मैच के तुरंत बाद उन्होंने ट्वीट कर दहिया को बधाई दी है.
Ravi Kumar Dahiya is a remarkable wrestler! His fighting spirit and tenacity are outstanding. Congratulations to him for winning the Silver Medal at #Tokyo2020. India takes great pride in his accomplishments.
— Narendra Modi (@narendramodi) August 5, 2021
पीएम ने लिखा है कि रवि दहिया एक शानदार रेसलर हैं. उनके स्किल्स दमदार हैं. रजत जीतने पर उन्हें बधाइयां. भारत को उन पर काफी गर्व है.