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Tokyo Olympics: मनु भाकर 25m पिस्टल क्वालिफिकेशन में 5वें स्थान पर

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर और राही सरनोबत टोक्यो ओलंपिक की निशानेबाजी प्रतियोगिता की महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालिफिकेशन (प्रिसीजन) में क्रमश: 5वें और 25वें स्थान पर हैं.

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 Manu Bhaker (Getty)
Manu Bhaker (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • क्वालिफिकेशन का दूसरा चरण रैपिड दौर शुक्रवार को होगा
  • टॉप 8 में जगह बनाने वाली शूटर फाइनल में प्रवेश करेंगी

भारतीय निशानेबाज मनु भाकर टोक्यो ओलंपिक की निशानेबाजी प्रतियोगिता की महिला 25 मीटर पिस्टल क्वालिफिकेशन (प्रिसीजन) में 5वें स्थान पर हैं. भारत की ही शूटर राही सरनोबत 25वें स्थान पर हैं. 

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मनु ने असाका निशानेबाजी रेंज पर 44 प्रतिभागियों के बीच क्वालिफिकेशन के प्रिसीजन दौर में 30 निशानों के बाद 292 जुटाए हैं, जबकि उनकी हमवतन राही 287 अंक ही जुटा सकीं. क्वालिफिकेशन का दूसरा चरण रैपिड दौर शुक्रवार को होगा. क्वालिफिकेशन में शीर्ष 8 में जगह बनाने वाली निशानेबाज फाइनल में प्रवेश करेंगी.

सर्बिया की जोराना अरुनोविच 296 अंकों के साथ शीर्ष पर चल रही हैं, जबकि यूनान की अना कोराकाकी 294 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं.

19 साल की भारतीय निशानेबाज मनु ने पहले दो सीरीज में 97 अंकों के साथ शुरुआत की और फिर तीसरी सीरीज में आठ बार 10 और दो बार 9 अंक के साथ 98 अंक जुटकार शीर्ष पांच में पहुंच गईं. मनु ने दूसरी सीरीज में भी वापसी करते हुए अंतिम पांच निशानों पर 10 अंक जुटाए.

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ओसियेक विश्व कप की स्वर्ण पदक विजेता राही ने प्रिसीजन दौर की शुरुआत पहली सीरीज में 96 अंकों के साथ की और फिर 97 अंक जुटाए.

अंतिम सीरीज में वह एक बार 8 और फिर कुछ 9 अंकों के साथ 94 अंक ही जुटा सकीं और काफी नीचे खिसक गईं. वह 287 अंकों के साथ शुरुआती 10 निशानेबाजों में ही सातवें स्थान पर थीं.

मनु भाकर के लिए अंतिम मौका

मनु भाकर के पास खेलों में अपनी छाप छोड़ने का यह अंतिम मौका है. वह महिलाओं की 10 मीटर पिस्टल स्पर्धा में पिस्टल में गड़बड़ी के कारण अच्छा स्कोर नहीं बनाने से बाहर हो गई थीं.

टोक्यो में इससे पहले तक निशानेबाजों का प्रदर्शन निराशाजनक रहा है. भारतीय राष्ट्रीय निशानेबाजी संघ (एनआरएआई) के अध्यक्ष रनिंदर सिंह ने कह दिया है कि खेलों के बाद कोचिंग स्टाफ बदल दिया जाएगा.

साथ ही खुलासा हुआ कि टीम के पिस्टल कोचों के निशानेबाजों के साथ संबंध मधुर नहीं थे, जिसके कारण भी निशानेबाजों के प्रदर्शन पर असर हुआ हो सकता है.

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