दुती चंद
उम्र - 25
खेल - फर्राटा दौड़ (एथलेटिक्स)
वर्ल्ड रैंकिंग - 48 (100 मीटर) , 59 (200 मीटर)
दुती चंद टोक्यो ओलंपिक में 100 और 200 मीटर फर्राटा दौड़ में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगी. दुती ने रियो ओलंपिक में भी 100 मीटर दौड़ में हिस्सा लिया था, लेकिन तब वह हीट रांउड से आगे नहीं बढ़ पाई थीं. इस बार टोक्यो में दुती से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है.
ओडिशा की रहने वाली इस एथलीट का करियर उतार-चढ़ाव भरा रहा है, लेकिन उन्होंने कभी हिम्मत नहीं हारी. 2014 में आईएएएफ ने अपनी हाइपरएंड्रोगेनिजम नीति के तहत दुती को निलंबित कर दिया था, क्योंकि उनके टेस्टोस्टेरोन का स्तर स्वीकार्य स्तर से ज्यादा था. इस वजह से दुती को उस साल हुए कॉमनवेल्थ गेम्स के भारतीय दल से भी बाहर कर दिया गया था. बाद में दुती ने इस फैसले के खिलाफ स्विट्जरलैंड के खेल पंचाट में अपील दायर की, जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई.
2016 में दुती चंद ने शानदार वापसी करते हुए 100 मीटर दौड़ में रियो ओलंपिक के लिए क्वालिफाई कर लिया था. इसके साथ ही वह ओलंपिक की 100 मीटर दौड़ में भाग लेने वाली तीसरी भारतीय महिला एथलीट बन गई थीं. फिर दुती चंद ने 2018 के जकार्ता एशियन गेम्स में 100 और 200 मीटर स्पर्धा का रजत पदक अपने नाम कर लिया. दुती वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स के 100 मीटर इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय महिला एथलीट है. 2019 में इटली के नेपल्स में आयोजित वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स ( Universiade) में उन्होंने यह स्वर्णिम उपलब्धि हासिल की थी.
टोक्यो का सफर
दुती चंद ने विश्व रैंकिंग कोटा के जरिए टोक्यो का टिकट हासिल किया है. रियो ओलंपिक 2016 तक क्वालिफायर के जरिए ही ओलंपिक का टिकट मिलता था. लेकिन इस बार आईओसी ने रैंकिंग व्यवस्था भी रखी थी, ताकि ऐसे खिलाड़ी को फायदा मिल सके जो मामूली अंतर से ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाते थे. 100 मीटर में 44वीं और 200 मीटर में 51वीं रैंकिंग के होने के चलते उन्हें टोक्यो जाने का मौका मिला.
हालिया प्रदर्शन
दुती चंद जून के आखिरी हफ्ते में आयोजित हुए राष्ट्रीय अंतर राज्य सीनियर एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में 100 मीटर फाइनल में चौथे स्थान पर रही थीं. यह उनकी टोक्यो ओलंपिक से पहले की आखिरी रेस थी. इससे पहले उन्होंने इंडियन ग्रां प्री 4 में महिलाओं की 100 मीटर दौड़ में 11.17 सेकंड का समय निकालकर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था. इस दौरान दुती महज 0.02 सेकंड से टोक्यो ओलंपिक के लिए सीधे क्वालिफाई करने से चूक गई थीं.