टोक्यो ओलंपिक-2020 में भारत के अनुभवी बॉक्सर विकास कृष्ण (69 किग्रा) के अभियान का अंत हो गया. उन्हें पहले ही मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. इसी के साथ वह पहले राउंड में ही टोक्यो ओलंपिक से बाहर हो गए.
विकास शनिवार को रिंग में उतरे और पहले दौर में उनके सामने थे जापान के मेंसा क्वींसी स्वोनरेट्स ओकाजावा. जापान के खिलाड़ी के सामने विकास की एक न चली और वह 0-5 से मुकाबला हार गए.ओकाजावा ने 2019 एशियाई चैम्पियनशिप में रजत पदक जीता था और इसी साल विश्व चैम्पियनशिप के क्वार्टर फाइनल में भी पहुंचे थे.
इस हार के बाद सवाल उठता है कि कंधे में चोट के बावजूद विकास रिंग में क्यों उतरे? दरअसल, विकास को इटली में प्रशिक्षण के दौरान चोट लगी थी. पिछले रविवार को उन्हें इंजेक्शन भी लगाया गया था.
भारत के हाई परफॉर्मेंस डायरेक्टर सैंटियागो नीवा ने पीटीआई को बताया था कि टोक्यो रवाना होने से पहले इटली में उनके कंधे में चोट लग गई थी. जिसका उन्होंने इलाज करवाया. उम्मीदें जताई जा रही थी कि वह ठीक हो जाएंगे.
29 साल के विकास का ये तीसरा ओलंपिक था. उन्होंने सभी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीते हैं, जिसमें विश्व चैम्पियनशिप पदक भी शामिल है. उन्होंने खेलों से पहले कहा था, ‘मैं इस समय पूरी तरह से तैयार हूं, इससे ज्यादा तैयार नहीं हो सकता.’
विकास टोक्यो ओलंपिक में भारत के सबसे बड़े पदक उम्मीदवारों में से एक थे, लेकिन हिसार का ये मुक्केबाज उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका.
ओकाजावा का रहा दबदबा
पूरे मैच में जापान के ओकाजावा का दबदबा रहा. उन्होंने मुकाबले को एकतरफा कर दिया. मुकाबले के दौरान सभी पांच जजों ने जापान के बॉक्सर को 10 अंक दिए, वहीं विकास को 9 अंक मिले. जिससे वो पीछे रह गए और ओकाजावा ने मुकाबले को आसानी से जीत लिया.
ओकाजावा के खिलाफ इस पूरे मैच में विकास असहज दिखे. पहला राउंड, दूसरा राउंड, तीसरा और अंतिम राउंड तक आते हुए भी विकास की स्थिति नहीं बदली. वो एक बार भी कंट्रोल नहीं ले पाएं. इस दमदार मुकाबले में उनकी बाईं आंख के नीचे चोट भी आई.
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