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प्रवीण कुमार: कमजोरी को ताकत बना हाई जंप में गए, 18 की उम्र में पैरालंपिक में रच दिया इतिहास

नोएडा के रहने वाले प्रवीण कुमार ने पुरुष हाई जंप मुकाबले में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. प्रवीण कुमार ने कुल 2.07 मीटर की जंप लगाई और दूसरे नंबर पर रहे. 

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प्रवीण कुमार ने पैरालंपिक में रचा इतिहास (फोटो: Tokyo 2020)
प्रवीण कुमार ने पैरालंपिक में रचा इतिहास (फोटो: Tokyo 2020)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टोक्यो पैरालंपिक में भारत को एक और मेडल
  • हाई जंप में प्रवीण कुमार ने जीता सिल्वर

टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत (India) का शानदार प्रदर्शन जारी है. शुक्रवार को भी भारत के नाम एक और सिल्वर मेडल आया. नोएडा के रहने वाले प्रवीण कुमार (Praveen Kumar) ने पुरुष हाई जंप मुकाबले में सिल्वर मेडल अपने नाम किया. प्रवीण कुमार ने कुल 2.07 मीटर की जंप लगाई और दूसरे नंबर पर रहे. 

प्रवीण कुमार की उम्र सिर्फ 18 साल है, 15 मई 2003 को उनका जन्म हुआ था. प्रवीण उत्तर प्रदेश के नोएडा (Noida) के निवासी हैं. प्रवीण कुमार ने साल 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय खेलों में अपना पर्दापण किया और अब दो साल के भीतर ही उनके नाम ओलंपिक का सिल्वर मेडल है. 

ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने से पहले प्रवीण कुमार ने साल 2019 में वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भी धमाल मचाया था. तब प्रवीण कुमार चौथे नंबर पर आए थे, हालांकि मेडल जीतने से चूक गए थे. 

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प्रवीण कुमार का एक पैर सामान्य रूप से छोटा है, लेकिन इसी को उन्होंने अपनी ताकत बनाया और आज इतिहास रच दिया. शुरुआत में वह वॉलीबॉल खेल चुके हैं, लेकिन बाद में हाई जंप का रुख किया. दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में कोच सत्यपाल सिंह की अगुवाई में प्रवीण कुमार ने लगातार ट्रेनिंग ली. 


खास बात ये है कि शुक्रवार को पैरालंपिक के जिस मुकाबले में प्रवीण कुमार ने सिल्वर मेडल जीता है, उसी में उन्होंने एशियन रिकॉर्ड भी स्थापित किया है. 2.07 मीटर ऊंची कूद के साथ हाई जंप में अब एशियन रिकॉर्ड हो गया है. 

आपको बता दें कि भारत के पैरालंपिक 2020 में अबतक कुल 11 मेडल हो चुके हैं. टीम इंडिया के पास अबतक 2 गोल्ड मेडल, 6 सिल्वर और 3 ब्रॉन्ज मेडल हैं. पैरालंपिक के इतिहास में भारत का ये अबतक का बेस्ट परफॉर्मेंस है. 

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