टीम इंडिया हार हार कर परेशान है तो चीफ सेलेक्टर्स को ये हार बिल्कुल भी चुभ नहीं रही है. उल्टा वो टीम की बदहाली का बेतुके तरीके से डिफेंड कर रहे हैं. जाहिर है सेलेक्टर्स के पास टीम इंडिया की बीमारियों का कोई इलाज हैं ही नहीं.