खेल भावना के लिए जिसे अवॉर्ड दिया जाना हो, उसकी खेल भावना ही कठघरे में खड़ी हो जाए तो इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है. आईसीसी के सालाना अवॉर्ड्स में टीम इंडिया पहुंची ही नहीं. समारोह में टीम की गैरमौजूदगी को लेकर हर कोई अपने तर्क दे रहा है लेकिन इससे अवॉर्ड की चमक पर जो दाग लगा, उसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.