अब चोरी चाहे हीरे की हो. या फिर खीरे की. कानून इस बात में भेद नहीं करता कि चोरी किस चीज की हुई है. भज्जी को लगा कि उनकी हमर आई है जिसके बारे में दुनिया जानती है तो बिना नंबर के भी चला लें तो क्या गुनाह है. सो जनाब उन्होंने गाड़ी यूं ही चला ली और फंस गए.