कयास लगाए जा रहे हैं कि सचिन और कांबली की दोस्ती में अब वो बात नहीं रही, जो पहले हुआ करती थी. शनिवार को नागपुर में जो देखने को मिला, उससे तो ऐसा ही लगता है. दोनों ने समारोह में गुरु रमाकांत आचरेकर का सम्मान किया, लेकिन एक बार भी एक-दूसरे से बात नहीं की.