हॉकी संघ और खिलाडियों के बीच चली मैराथन बैठक के बावजूद नतीजा सिफर रहा. खिलाड़ी बकाया पैसा मांग रहे है और फेडरेशन चाहती है कि खिलाडी पहले मैदान मे उतरे. बातचीत बेनतीजा टूटी तो तल्खी इस कदर बढ गई कि हॉकी संघ ने खिलाडियों को 48 घंटे का अल्टीमेटम दे दिया.