सचिन तेंदुलकर.. किसी के लिए मास्टर ब्लास्टर तो किसी के लिए क्रिकेट के भगवान. लेकिन अपनी मां के लिए सचिन सिर्फ एक बेटे हैं. वो कामयाबी की बुलंदी पर पहुंचे, इसमें मां और मां की दुआओं की बड़ी भूमिका रही है. यही वजह है कि विदाई के वक्त मां को याद करके भावुक हो गए सचिन.