सचिन तेंदुलकर ने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इतिहास रचने के बाद अपने दोहरे शतक को भारतीय लोगों को समर्पित करते हुए खुलासा किया कि जब वह 175 रन के पार पहुंच गये थे, तब उन्हें लगा कि 200 रन के जादुई आंकड़े को छुआ जा सकता है.