महान खिलाड़ी कहलाने के लिए न सिर्फ मैदान में जौहर दिखाना होता है बल्कि पांव भी जमीन पर रखना होता है. कम से कम सचिन के बारे में तो यही कहा जा सकता है. ग्वालियर में इतिहास रचने के बाद सचिन ने कहा कि रिकॉर्ड टूटने के लिए बनते हैं और उनकी मानें तो उनका रिकॉर्ड भारतीय ही तोड़ सकता है.