चेन्नई टेस्ट के तीसरे दिन मामला बराबरी का था. भारत ने 196 रन बनाए थे, पर सचिन रवाना हो चुके थे. धोनी आए, अभी भी भारत 184 रन पीछे था. दबाव टीम के लिहाज से भी था और सवाल खुद धोनी पर भी थे. पर धोनी ऐसा बरसे कि दिन खत्म होने पर भी नहीं रुके.