भारतीय महिला हॉकी कप्तान सुरिंदर कौर से पूरा देश आगामी कॉमनवेल्थ गेम्स में पदक की उम्मीद लगाए बैठा है. लेकिन सुरिंदर के पास अभ्यास करने तक का समय नहीं है. दरअसल, सांस की बीमारी से पीडि़त उनकी मां की तीमारदारी में ही सुरिंदर का सारा वक्त बीत जाता है.