रिलायंस जियो से पहले दूसरी टेलीकॉम कंपनियां 1GB डेटा के लिए कम से कम 100 रुपये लेती थीं. लेकिन अब स्थिति अलग है. 200 रुपये में 50GB डेटा मिल रहा है. रिलायंस जियो के आक्रामक ऑफर और प्लान के बाद दूसरी टेलीकॉम कंपनियों पर सस्ते प्लान लॉन्च करने दबाव था.
टेलीकॉम कंपनियों के बाद अब नंबर मोबाइल कंपनियों का है. जियो ने 1500 रुपये का 4G फोन लॉन्च कर दिया है. भारतीय बाजार में या यों कहें कि यह शायद दुनिया का पहला 4G फोन है जिसकी कीमत इतनी कम है. अब दूसरी मोबाइल कंपनियों में खलबली मचनी लाजमी है.
जैसे टेलीकॉम कंपनियों ने जियो ऑफर्स के बाद लगातार सस्ते प्लान लॉन्च किए वैसे ही अब एक्सपर्ट्स का मानना है कि फीचर फोन के भी दाम घटेंगे. अब कंपनियां 4G फीचर फोन पर ध्यान देंगी. लावा ने हाल ही में एक सस्ता फीचर फोन लॉन्च किया है जिसमें 4G सपोर्ट दिया गया है. अब कंपनियों पर सस्ते 4G फोन बनाने का दबाव है.
सस्ते फीचर फोन बनाने से भी नहीं होगा फायदा
सस्ते 4G फीचर फोन बनाने से भी कंपनियों को कोई खास फायदा नहीं होने वाला. क्योंकि जियो फोन सिर्फ सस्ता 4जी फोन नहीं है, बल्कि इसके साथ सस्ता डेटा और फ्री कॉलिंग भी मिल रही है. इसलिए अब कंपनियों को सस्ते 4G फोन के साथ ऑफर्स भी देने होंगे. इसके लिए उन्हें टेलीकॉम कंपनियों से पार्टनर्शिप करके बंडल ऑफर्स देने होंगे.
फीचर फोन को अब पहले से बेहतर करना होगा. इसमें ज्यादा फीचर्स, फास्ट इंटरनेट, लंबी बैटरी और कंटेंट सर्विस देना होगा. इसके अलावा सस्ते 4G पैक्स भी देने होंगे.
चीनी कंपनियों को इससे ज्यादा दिक्कत नहीं होगी. क्योंकि वो पहले से ही सस्ते स्मार्टफोन बेच रहे हैं और ऐसी स्थिति में वो अपने स्मार्टफोन की कीमतंय और कम कर सकती हैं.
मुमकिन है चीनी कंपनियां 2000-3000 रुपये में बढ़िया स्मार्टफोन लॉन्च कर दें और इसके साथ टेलीकॉम कंपनियों के साथ पार्टनर्शिप करके सस्ता 4G भी देने लगें. लेकिन भारतीय स्मार्टफोन मेकर्स को इसमें थोड़ी दिक्कत जरूर होगी.
टेलीकॉम कंपनियों का पास मौका और दबाव!
जियो के 4जी फोन के बाद मौजूदा टेलीकॉम कंपनियों को दबाव तो है ही साथ ही मौके भी हैं. क्योंकि ये कंपनियां हैंडसेट मेकर्स के साथ मिलकर जियो को टक्कर देने के लिए सस्ते 4G प्लान लॉन्च कर सकती हैं.
क्या एयरटेल और वोडाफोन भी बेचेंगे सस्ते 4G फोन
एयरटेल और वोडाफोन जैसी कंपनियां भी कॉन्ट्रैक्ट वाले हैंडसेच बेच सकती हैं. क्योंकि जियो फोन कॉन्ट्रैक्ट बेस्ड ही है. अमेरिका में ये काफी चलन में है. वहां टेलीकॉम कंपनियां कुछ साल के लिए करार कर लेती हैं जिसे लॉक्ड स्मार्टफोन कहा जाता है. उदाहरण के तौर पर अगर आपने At&t से आईफोन लिया है तो आपको उसी नेटवर्क पर रहना होता है. कुछ साल बाद फोन लौटाकर तय की गई राशी वापस ली जा सकती है.
भारत में भी आईफोन और एयरटेल कॉन्ट्रैक्ट पर काम करते हैं.
यानी आने वाले समय में एयरटेल और वोडाफोन अगर सस्ते 4G फीचर फोन लॉन्च करें उसमें आक्रामक ऑफर दें तो जियो को टक्कर मिल सकती है. जियो ऑफर के बाद इन कंपनियों ने ताबड़तोड़ नए प्लान पेश किए, इसे देखते हुए ऐसा लगता है कि कंपनियों अगला कदम जियो फोन को टक्कर देने के लिए होगा.