अमेरिकी टेक्नॉलॉजी दिग्गज ऐपल का मार्केट वैल्यू पहली बार 900 बिलियन डॉलर हो गया. इसके साथ ही ऐपल अमेरिका की पहली 900 बिलियन डॉलर कंपनी भी बन गई. हालांकि ऐसा कुछ देर के लिए ही हुआ, लेकिन इससे अब ऐसा लग रहा है जैसे आने वाले समय में ऐपल अमेरिका की पहली 1 ट्रिलियन डॉलर कंपनी बनने के राह पर है.
ऐसा क्यों हुआ कि कंपनी कुछ समय के लिए 900 बिलियन डॉलर की हो गई है? जवाब है iPhone X, जिसके बारे में अभी दुनिया भर में काफी चर्चा हो रही है. iPhone X की भारत में शुरुआती कीमत 89 हजार रुपये है और इसके टॉप मॉडल की कीमत 1 लाख 2 हजार रुपये है.
iPhone X की बिक्री ज्यादातर देशों में 3 नवंबर से शुरू हुई जिसमें भारत भी शामिल है . लोग लंबी लाइन लगे रहे, लेकिन फोन सिर्फ उन्हें ही मिला जिन्होंने प्री बुकिंग कराई थी. ऐसा भारत में ही नहीं बल्कि दूसरे देशों में भी हुआ. iPhone X को दुनिया भर में बेहतरीन रिस्पॉन्स मिल रहा है और महंगे होने के बावजूद भी इसकी बिक्री रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. जाहिर iPhone X की बिक्री बढ़ना यानी कंपनी को मुनाफा. बिक्री डिमांड की वजह से कंपनी का मार्केट वैल्यू पहली बार 900 मिलियन डॉलर हो गया.
iPhone X की न सिर्फ बिक्री जम कर हुई है और हो रही है, बल्कि रिव्यू में भी iPhone X बाजी मार रहा है. यानी iPhone X को सराहा जा रहा है और ज्यादातर पॉजिटिव रिव्यू मिल रहे हैं. इस वजह से भी ऐपल के फैंस इसे खरीदना चाहते हैं महंगे होने के बावजूद.
गौरतलब है कि iPhone 8 और iPhone 8 Plus की भारत सहित दूसरे मुल्कों में इसकी बिक्री फीकी थी. इसकी दो वजहे रहीं – पहला ये कि इसमें iPhone 7 के मुकाबले ज्यादा कुछ था नहीं और दूसरी वजह ये कि iPhone X जो की एक फ्यूचरिस्टिक iPhone है उसकी सेल का इंतजार. लोगों को iPhone X का इंतजार था और कंपनी ने भी शायद ऐसी ही प्लानिंग की होगी.
बिजनेस एक्स्पर्ट्स के मुताबिक ऐपल को अब ट्रिलियन डॉलर कंपनी बनने के लिए सिर्फ 11 फीसदी की उछाल चाहिए. तिमाही रिजल्ट में ऐपल के शेयर 3 फीसदी बढ़े हैं. कंपनी के इन्वेस्टर्स iPhone X को मिल रहे अच्छे रिव्यू और कस्टमर्स की लंबी लाइन को देखकर उत्साहित हैं जो कंपनी के लिए फायदेमंद है.
ब्लूमबर्ग के मुताबिक ऐपल के शेयर इस साल iPhone X की उम्मीद पर लगभग 50 फीसदी तक चढ़े हैं.