अमेरिकी टेक कंपनी ऐपल के सीईओ टिम कुक ने फेसबुक के बिजनेस मॉडल की आलोचना की है. फेसबुक-कैंब्रिज एनालिटिका डेटा ब्रीच के बाद फेसबुक के बिजनेस मॉडल और डेटा पॉलिसी को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
एक इंटरव्यू के दौरान ऐपल के सीईओ टिम कुक ने कहा है कि कंपनी को काफी पहले इसे रेग्यूलेट करना चाहिए था, लेकिन अब काफी देर हो चुकी है. कुक ने ये भी कहा है कि फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने खुद को जिस स्थिति में लाया वो ऐसा कभी नहीं होने देते.
उनसे पूछा गया कि अगर आप फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग होते तो क्या करते. इसके जवाब में उन्होंने कहा, ‘मैं कभी इस स्थिति में पहुंचता ही नहीं’
रिकोड को दिए इंटरव्यू में उन्होंने फेसबुक सीईओ मार्क जकरबर्ग सहित उन लोगों की भी आलोचना की है जो लोगों के प्राइवेट डेटा का इस्तेमाल पैसा कमाने के लिए करते हैं.
टिम कुक ने कहा है, ‘सच ये है कि हम अगर अपने कस्टमर्स को मोनेटाइज कर लें तो हम काफी पैसा कमा सकते हैं.. लेकिन हम अपने कस्टमर को कोई प्रोडक्ट नहीं मानते. इसलिए हम ऐसा बिलकुल नहीं करते.
टिम कुक पहले शख्स नहीं हैं जिन्होंने फेसबुक की आलोचना की है. इससे पहले टेस्ला और SpaceX के सीईओ एलॉन मस्क ने भी फेसबुक से अपना और अपनी कंपनी का पेज डिलीट कर लिया. इसके अलावा व्हाट्सऐप जो कि अब फेसबुक की ही कंपनी है, उसके को-फाउंडर ने ट्विटर पर लोगों से फेसबुक डिलीट करने की अपील की है.
गैरतलब है कि फेसबुक को भी इस डेटा लीक से काफी नुकसान हुआ है और कंपनी के शेयर लगातार गिरे हैं . इससे मार्क जकरबर्ग की भी दौलत में कमी हुई है और लगातार आलोचना से भी घिरे हैं.
फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी खुद गलती मानी है और कहा कि इसे पहले ठीक करना चाहिए था और उन्होंने सॉरी कहा. इसके बाद कई बड़े बदलाव का भी ऐलान किया गया जिसमें प्राइवेसी को पारदर्शी बनाने की पॉलिसी भी शामिल है. इसके साथ फेसबुक ने थर्ड पार्टी ऐप्स के लिए नियम सख्त किए हैं.