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FB के इस कदम से फर्जी फोटो और वीडियोज पर कसेगी नकेल

सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों और अफवाहों का अंबार लगा है. फेसबुक ने हाल ही में फैक्ट चेक की शुरुआत की है जो सिर्फ आर्टिकल्स के लिए था. अब कंपनी ने फोटोज और वीडियोज के लिए भी फैक्ट चेक शुरू किया है.

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Representational Image
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सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक अब फोटो और वीडियो में फैक्ट चेक करेगा. कंपनी के मुताबिक सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए फोटोज और वीडियोज को टेक्नोलॉजी और रिव्यूअर्स की मदद से उनका फैक्ट चेक करेगी. इससे पहले कंपनी ने कॉन्टेंट में फैक्ट चेक करने की शुरुआत की थी.

फेसबुक ने कहा है कि अब फोटोज और वीडियोज के जरिए गलत जानकारियां फैलाई जा रही हैं. फेसबुक प्रोडक्ट मैनेजर टेसा ल्योन्स ने एक स्टेटमेंट में कहा है, ‘किसी आर्टिकल की तरह गलत दावे किसी फोटो या बैकग्राउंड ऑडियो और वीडियो के जरिए आपको दिखाए जा सकते हैं. गलत जानकारियों से लड़ने के लिए हमें अलग अलग कॉन्टेंट टाइप्स का फैक्ट चेक करना होगा’

फेसबुक ने अपने ब्लॉगपोस्ट में कहा है कि फेसबुक पर हर दिन लोग लाखों तस्वीरें और वीडियोज पोस्ट करते हैं. इस तरह के पोस्ट विजुअल होने की वजह से ये दिलचस्प लगते हैं. इस वजह से गलत लोग इसका यूज करके तथ्यों में हेरफेर करते हैं.

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किसी भी फोटोज और वीडियोज को रिव्यू करने के लिए फेसबुक यूजर्स भी फ्लैग कर सकते हैं.

फेसबुक ने कहा है, ‘हमारे थर्ड पार्टी फैक्ट चेकिंग पार्टनर्स फोटोज और वीडियोज को समझने में एक्सपर्ट्स हैं. इनके पास वेरिफेकशन के लिए कई तरीके होते हैं जैसे रिवर्स इमेज सर्च और इमेज के मेटाडेटा से जानकारी हासिल करना. मेटा डेटा यानी कब और कहां ये तस्वीर क्लिक की गई थी.

फेसबुक के मुताबिक फैक्ट चेक करने वाले अपनी स्किल्स को यूज करके फोटोज और वीडियो की सच्चाई की पड़ताल कर सकते हैं. इसके अलावा वो एक्सपर्ट्स और सरकारी एजेंसियों से इन मामलों पर जानकारी लेकर भी फैक्ट चेक कर सकते हैं.

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