गूगल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को अपने प्रोडक्ट्स में देने के लिए लगातार नए प्रयोग कर रहा है. गूगल असिस्टेंट इसी का उदाहरण है. गूगल असिस्टेंट के बाद से ऐपल आईफोन में दिया जाने वाला वॉयस असिस्टेंट सिरी के बुरे दिन शुरू हो गए. इतना ही नहीं सिरी को अमेजॉन ऐलेक्सा से भी टक्कर मिलनी शुरू हो गई है. अब ऐपल के लिए चैलेंज ये है कि वो अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड वॉयस असिस्टेंट सिरी पर ध्यान दे.
गूगल सर्च और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हेड जॉन ज्ञानेंद्रियां ने गूगल को छोड़ कर ऐपल ज्वाइन कर लिया है. न्यू यॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक जॉन मशीन लर्निंग के एक्सपर्ट हैं और वो ऐपल की सिरी, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को हेड करेंगे. जॉन सीधे कंपनी के सीईओ टिम कुक को रिपोर्ट करेंगे.
वेंचर बीट की एक रिपोर्ट के मुताबिक ऐपल में काम करते हुए जॉन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित प्रोडक्ट्स का जिम्मा संभालेंगे. इनमें iOS ऐप डेवेलपर्स के लिए दिया जाने वाला Core ML और ऐपल का न्यूरल इंजन शामिल है. गौरतलब है कि ये दोनों ही प्रोडक्ट्स कंपनी के AI आधारित A11 प्रोसेसर के लिए मुख्य हैं जिन्हें भविष्य के iPhone में दिया जाएगा.
गौरतलब है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तेजी से पांव पसार रहा है. गूगल और फेसबुक के साथ अमेजॉन भी AI और मशीन लर्निंग में मार्केट लीडर बनने की राह पर हैं. आम तौर पर गूगल असिस्टेंट के बाद से iPhone में दिए जाने वाले सिरी का मजाक बनता आया है, क्योंकि गूगल असिस्टेंट से अगर सिरी की तुलना होती है तो इसमें सिरी पिछड़ती ही जाती है. ऐपल के इस कदम से अब गूगल को भी टक्कर मिलने की उम्मीद है.