scorecardresearch
 

भारत मे सबसे ज्यादा यूज किए जाने वाले UC Browser को प्ले स्टोर से हटाया गया

UC ब्राउजर भारत में काफी पॉपुलर है और इसके यहां करोड़ों यूजर हैं. इस चीनी ब्राउजर को गूगल ने प्ले स्टोर से कथित तौर पर हटा लिया है. जानिए इस ब्राउजर पर पहले लगाए जाने वाले इल्जाम क्या हैं..

Advertisement
X
Representational Image
Representational Image

Advertisement

चीनी ई-कॉमर्स दिग्गज अली बाबा के स्वामित्व वाला UC ब्राउजर को गूगल ने प्ले स्टोर से कथित तौर पर हटा दिया है. आपको बता दें कि यह ऐप भारत में डाउनलोड किया जाने वाले छठे नंबर का ऐप है. प्ले स्टोर में सर्च करने पर यह ऐप नहीं दिख रहा है.

भारत में खास कर यह ब्राउजर काफी पॉपुलर है और दुनिया भर में इसके 420 मिलियन यूजर्स हैं इनमें से 100 मिलियन सिर्फ भारत में ही हैं.  यानी 10 करोड़ भारतीय यूजर वाला UC ब्राउजर को अगर गूगल ने प्ले स्टोर से हटाया गया है तो इसके पीछे कोई तो वजह जरूर होगी.

गौरतलब है कि इससे पहले भी UC Browser पर डेटा कलेक्ट करने का आरोप लगा है . हालांकि गूगल प्ले स्टोर पर UC Browser Mini और New UC Browser मौजूद हैं. यूसी ब्राउजर ने पिछले कुछ सालों में भारतीय स्मार्टफोन्स यूजर्स में तेजी से अपनी पकड़ बनाई है और अब इसका मार्केट शेयर आधे से ज्यादा है.

Advertisement

अब बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर इसे गूगल प्ले स्टोर से हटाया क्यों गया है. इस सवाल के जवाब के लिए हमने गूगल और UC से बात करने की कोशिश की है और जल्द ही कंपनियों के बयान के बाद आपको ये बताएंगे की आखिर इसके पीछे की वजह क्या है.

सबसे पहले प्ले स्टोर से UC Browser गायब होने के बारे में एक रेडिट यूजर ने बताया है . इसी साल अगस्त में खबर आई थी कि यूसी ब्राउजर यूजर डेटा रिमोटली चीन में अपने सर्वर में भेजता है. इसके बाद सरकार की तरफ से इस पर ऐतराज भी जता था.  इतना ही नहीं 2015 में कनाडा के एक रिसर्चर ने दावा किया था कि चीनी और इंग्लिश लैंग्वेज वर्जन UC Browser की वजह से पर्सनल डीटेल्स जैसे लोकेशन, सर्च डीटेल्स और सब्सक्राइब डिवाइस नबंर हासिल किया जा सकता है. हालांकि बाद में कंपनी ने बयान जारी करके सफाई भी दी.

खबर लिखे जाने तक UC Browser गूगल प्ले स्टोर पर नहीं दिख रहा है. इससे जुड़ी दूसरी खबरों के लिए बने रहें है आज तक गैजेट्स के साथ.

Advertisement
Advertisement