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स्मार्टफोन सेंसर के जरिए आपके मोबाइल का पिन उड़ा सकता है हैकर्स

स्मार्टफोन के पिन को अनलॉक करने के लिए रिसर्चर्स ने इसमे लगे छह सेंसर्स का इस्तेमाल किया है. इस प्रोसेस में शोधकर्ताओं ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में लगे सेंसर के जरिए स्मार्टफोन का पिन जानना चाहा और हर बार चार डिजिट का अलग पिन डालकर ट्राई किया. ऐसा लगभग 70 बार किया गया इसमें पिन कोड प्रेडिक्ट करने के लिए मशीन लर्निंग का भी इस्तेमाल किया गया.

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Representational Image
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स्मार्टफोन लॉक करने के कई तरीके हैं जिनमें सबसे कॉमन पिन लॉक है. इसके अलावा पैटर्न लॉक, फिंगरप्रिंट और फेस अनलॉक शामिल हैं. इन सभी तरीकों में कुछ तरीके कमजोर हैं जिन्हें हैकर्स आसानी से भेद सकते हैं. एंड्रॉयड के पैटर्न लॉक को भी हैकर्स ने तोड़ दिया. हाल ही में ऐपल की फेस आईडी भी क्रैक कर ली गई.

सिंगापुर के नैन्यांग टेक्नॉलॉजी यूनिवर्सिटी के शोधर्ताओं ने एक नया तरीका खोज निकाला है जिससे किसी स्मार्टफोन के लॉक को उसके सेंसर के जरिए अनलॉक किया जा सकता है. इतना ही नहीं रिसर्चर्स ने दावा किया है कि यह तरीका 99.5 फीसदी बार काम करता है और डिवाइस अनलॉक हो जाते हैं.

स्मार्टफोन के पिन को अनलॉक करने के लिए रिसर्चर्स ने इसमे लगे छह सेंसर्स का इस्तेमाल किया है . इस प्रोसेस में शोधकर्ताओं ने एंड्रॉयड स्मार्टफोन में लगे सेंसर के जरिए स्मार्टफोन का पिन जानना चाहा और हर बार चार डिजिट का अलग पिन डालकर ट्राई किया. ऐसा लगभग 70 बार किया गया इसमें पिन कोड प्रेडिक्ट करने के लिए मशीन लर्निंग का भी इस्तेमाल किया गया.

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शोधकर्ताओं की इस टीम ने स्मार्टफोन में दिए गए ऐक्सेलरोमीटर, बैरोमीटर, जायरोस्कोप, मैगनोमीटर, ऐम्बिएंट लाइट सेंसर और प्रॉक्सिमिटी सेंसर का इस्तेमाल किया है. जिन स्मार्टफोन्स में इसे टेस्ट किया गया उन्होंने पाया है कि इसमें 50 सबसे कॉमन पिन में से एक डाले गए थे.

रिसर्चर्स का यह भी मानना है कि यह स्मार्टफोन सिक्योरिटी की खामी है. क्योंकि सेंसर को यूज करने के लिए यूजर्स से परमिशन की जरूरत होती है. एंड्रॉयड के ज्यादातर ऐप्स इंस्टॉल होते समय ये परमिशन आपसे लेते हैं जो जरूरी होते हैं. यानी अगर कोई हैकर एक ऐप के जरिए आपके सेंसर को यूज करते हुए पिन अनलॉक कर दे तो कोई चौंकाने वाली बात नहीं है.

इस प्रोजेक्ट के लीड रिसर्चर्स शिवम भाषिन ने कहा है, ‘आप अपने स्मार्टफोन को होल्ड करते हैं और पिन क लिए कीज यूज करते हैं और 1, 5 या 9 प्रेस करने के लिए जिस तरीके से फोन की मूवमेंट होती है वो काफी अलग होती है. जैसे 1 को प्रेस करने के लिए आप अपने दाएं अंगूठे का इस्तेमाल करते हैं तो यह 9 प्रेस करने से ज्यादा लाइट ब्लॉक करता है’ इसी पैटर्न को सेंसर के जरिए डिकोड करके हैकर्स पिन का पता लगा सकते हैं.  

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