आइडिया और वोडाफोन ने आखिरकार मर्जर का ऐलान कर दिया. सोमवार को मीडिया में आई खबरों के मुताबिक, दोनों कंपनियों ने भारत में अपने बिजनेस को साथ लाने का फैसला कर लिया है. दोनों अब देश के सबसे बड़े टेलीकॉम प्रोवाइडर के तौर पर जाने जाएंगे. खबर आई है कि मर्जर के बाद कुमार मंगलम बिड़ला नई कंपनी के चेयरमैन बन गए हैं. कहा, नई कंपनी का चेयरमैन बनकर बड़ी प्रसन्नता महसूस हो रही है.
आइडिया के तरफ से आए बयान में ये भी बताया जा रहा है कि वोडाफोन करीब 4.9% हिस्सेदारी आइडिया प्रोमोटर्स को ट्रांसफर करेगी. इसे टेलीकॉम इंडस्ट्री की सबसे बड़ी डील मानी जा रही है. इस मर्जर के बाद दोनों कंपनियां मिलकर देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएंगी, जिसके लगभग 38 करोड़ कस्टमर्स होंगे.
क्या हुई है डील
जानकारी के मुताबिक, दोनों कंपनियों के बीच पिछले 6 महीने से मर्जर की बात चल रही है थी जो अब जाकर पूरी हुई है.
वोडाफोन और आदित्य बिड़ला ग्रुप की कंपनी आडिया में मर्जर की हिस्सेदारी भी तय हो गई है. बताया जा रहा है कि वोडाफोन कंबाइन्ड इनटाइटी का 45% अपने पास रखेगी वहीं, आइडिया के पास इसकी 26 प्रतिशत हिस्सेदारी होगी. बता दें कि जियो के आने के बाद टेलीकॉम सेक्टर में हाहाकार मचा हुआ है.
मर्जर से पहले दोनों कंपनियां अपने स्टैंडअलोन टावर्स को बेचेंगी. विलय हुई कंपनी में वोडाफोन 50% हिस्सेदारी ट्रांसफर करेगी.
आइडिया प्रोमोटर्स के पास एडिशनल 9.5% हिस्सेदारी लेने का अधिकार है. प्रोमोटर्स 130 रुपए प्रति शेयर के हिसाब से हिस्सेदारी ले सकते हैं.
क्या पड़ेगा असर
पहले ये खबर थी कि रिलायंस जियो का मुकाबला करने के लिए आइडिया और वोडाफोन का मर्जर होने जा रहा है. इससे देशभर में फैले आइडिया और वोडाफोन से बड़ी संख्या में लोगों की सेवाएं समाप्त हो सकती हैं. दोनों कंपनियों के मर्जर से जुड़े लोगों का मानना है कि देश में तीन लाख से ज्यादा लोग टेलिकॉम इंडस्ट्री में नौकरी करते हैं. लेकिन अगले 18 महीने की मर्जर प्रक्रिया के दौरान टेलिकॉम इंडस्ट्री से 10,000 से 25,000 लोगों की नौकरी पर तलवार लटक रही है.
कैसे बनेगी देश की सबसे बड़ी कंपनी:
रेवेन्यू:
Idea-Vodafone मर्जर के बाद तो यह 80 हजार करोड़ के रेवेन्यू के साथ ये भारत की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी.
बड़ी हिस्सेदारी:
रिपार्ट्स के मुताबिक, Idea-Vodafone मर्जर से जो कंपनी बनेगी उसके पास 201-19 तक मोबाइल बाजार में 43% की हिस्सेदारी हो जाएगी, इसकी वजह से ये नंबर पर आ जाएगी. वहीं 33% के साथ इससे दूसरे पायदान पर एयरटेल और 13% के साथ तीसरे नंबर पर रिलायंस जियो आ जाएगी.
सब्सक्राइबर्स:
मर्जर के बाद नई कंपनी को भारत की सबसे बड़ी कंपनी होने का भी गौरव प्राप्त होगा. ये मार्केट में जियो और एयरटेल को भी पीछे छोड़ देगी. क्योंकि अभी वोडाफोन इंडिया 20.028 करोड़ कस्टमर्स के साथ दूसरी और आइडिया सेल्युलर 18.77 करोड़ कस्टमर्स के साथ तीसरी सबसे बड़ी कंपनी है. दोनों को जोड़कर 38 करोड़ सब्सक्राइबर्स हो जाएंगे.