देश में महिलाओं के साथ बढ़ते अपराधों पर चिंतित सरकार ने उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए हाल ही में एक सराहनीय कदम उठाया है. बता दें कि जल्द ही अब देश में बिकने वाले सभी मोबाइल फोन एक 'पैनिक बटन' के साथ आएंगे.
एक ऐसा बटन जिसके जरिए संकट की स्थिति में आसानी से इमरजेंसी कॉल किया जा सकेगा. बता दें कि बेसिक फोन में इसे 5 या 9 नंबर में इंटिग्रेट किया जाएगा. इमरजेंसी नंबर पर होल्ड करने से पैनिक बटन ऑन हो जाएगा.
मुश्किल की घड़ी में App के लिए इंटरनेट की बाध्यता
ऐसा नहीं है कि फिलहाल ऐसी कोई व्यवस्था नहीं है जिसके जरिए संकट के स्थिति में पुलिस से संपर्क किया जा सके. फिलहाल मोबाइल में कई ऐसे एप्स है जिनसे इमरजेंसी कॉल किया जा सकता है. लेकिन सरकार का ऐसा मानना है कि मुश्किल की घड़ी में एप डाउनलोड करने में बहुत वक्त लग जाता है. इतना ही नहीं इस एप के लिए इंटरनेट की अनिवार्यता भी एक बाधा है. इसलिए ये कदम उठाना जरूरी था.
तुरंत पहुचेगी यूजर की लोकेशन डिटेल
बता दें कि केंद्र सरकार सभी मोबाइल में पैनिक बटन की शुरुआत करेगी, जिसके तहत मोबाइल में देर तक 5 या 9 नंबर वाला बटन दबाने से नजदीकी पुलिस और रिश्तेदारों को अलर्ट मैसेज जाएगा जिसमें यूजर की लोकेशन डिटेल होगी.
महंगे हो सकते हैं स्मार्टफोन
यही नहीं एक जनवरी 2018 से सभी फोनों में जीपीएस नैविगेशन सिस्टम भी अनिवार्य कर दिया गया है. इससे यूजर के लोकेशन आसानी से पता लगाया जा सकेगा. इसका असर फोन की कीमत पर भी पड़ सकता है. हालांकि फिलहाल सरकार द्वारा जारी की अधिसूचना से यह साफ नहीं है कि पैनिक बटन को हिट करने पर किन-किन लोगों को अपने आप फोन कॉल चला जाएगा. और इस कॉल में किस तरह की जानकारियां शामिल होंगी.
कैब सर्विस प्रोवाइड एप में सुविधा उपलब्ध
बता दें कि कैब सर्विस प्रोवाइडर उबर और ओला जैसे ट्रैवल एप में पहले से ही पैनिक बटन उपलब्ध है. इसी दबाते ही स्थानीय पुलिस को फोन कॉल चला जाता है. इसके साथ कैब का जीपीएस लोकेशन, यात्री और ड्राइवर की पहचान और फोन नंबर पुलिस के साथ शेयर किए जाते हैं.