डेटा लीक के बाद जियो कंपनी सवालों के घेरे में है. कंपनी इसकी जांच कर रही है. जियो के कथित डेटा लीक मामले में दिन में जो खबर आई थी उसके मुताबिक, पुलिस ने एक शख्स को हिरासत में लिया था. अब जो खबर आई है उसके मुताबिक राजस्थान पुलिस ने चुरू जिले से 6 लोगों को हिरासत में लिया है और पूछताछ जारी है.
सुरजगढ़, चुरू, राजस्थान से पुलिस ने हिरासत में लिए गए छह में एक मुख्य संदिग्ध इमरान चिपा (24) को हिरासत में लिया है. चिपा चुरू राजस्थान का ही रहने वाला है. पुलिस को शक है कि रिलायंस जियो डेटा लीक में इसका हाथ है. राजस्थान पुलिस को मुंबई पुलिस से IP एड्रेस और बाकी जानकारियां मिली हैं. इसी आधार पर पुलिस ने कार्रवाई को अंजाम दिया है. बता दें FIR मुंबई में ही दर्ज की गई है.
रिलायंस जियो ने बयान में कहा था कि कंपनी इस डेटा लीक की जांच कर रही है. आपको बता दें कि हाल ही में एक मैजिक एपीके नाम की एक वेबसाइट पर जियो यूजर्स की जानकारियां लीक हो गईं.
इस कथित लीक के बाद से लगातार कस्टमर्स की सेफ्टी को लेकर सवाल उठ रहे हैं.
रिपोर्ट्स के मुताबिक 35 साल के कंप्यूटर साइंस स्टूडेंट को पुलिस ने हिरासत में लिया है. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि उसे डेटा लीक के मामले में गिरफ्तार भी कर लिया गया है.
शक के आधार पर उस शख्स का कंप्यूटर, मोबाइल और स्टोरेज डिवाइस को सीज कर लिया गया है और जल्द ही इसे जांच के लिए भेजा जाएगा.
कंपनी ने कहा है कि वो इस कथित लीक मामले की जांच पड़ताल के लिए एजेंसियों के साथ मिल कर काम कर रही है. साइबर सिक्योरिटी एक्स्पर्ट्स इसे भारतीय टेलीकॉम कंपनी के इतिहास का सबसे बड़ा लीक मान रहे हैं.
जानिए क्या है पूरा मामला
Magicapk नाम की एक वेबसाइट पर जियो के कस्टमर्स डेटा लीक हुए थे . इस वेबसाइट पर क्लिक करने से यहां एक ऑप्शन दिया गया जिसमें जियो नंबर डालने के लिए कहा गया. जियो नंबर एंटर करते ही इसमें उस सिम से जुड़ी जानकारियां आसानी से सामने आ गईं.
लीक हुई जानकारियों में कस्टमर का पूरा नाम, मोबाइल नबर, ईमेल आईडी, सर्कल आईडी, सिम ऐक्टिवेशन टाइम और डेट सहित आधार नंबर भी शामिल हैं. हालांकि हमने जब इसे चेक किया तो इसमें आधार नंबर छोड़कर दूसरी सभी जानकारियां मिली. यह वेबसाइट भारत की ही है और फिलहाल यह साफ नहीं है कि इसे रिलायंस जियो अपने कस्टमर्स डेटा बेस के लिए यूज करती थी या नहीं.
ऐसा कई घंटों तक चलता रहा जिसके बाद उस वेबसाइट को सस्पेंड कर दिया गया. हालांकि रिलायंस जियो की तरफ से बयान आया है कि उस वेबसाइट की कई प्रमाणिकता नहीं है और ये गलत है. कंपनी ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी.
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