दुनिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट मोबाइल के बिजनेस में फेल हो गई. कंपनी ने आधिकारिक तौर पर Windows 8.1 मोबाइल ओएस का सपोर्ट बंद करने का ऐलान कर दिया. कई प्रयासों के बावजूद क्या ऐसा हुआ जिसकी वजह से कंपनी ने इसे खत्म करने का फैसला किया है. आइए जानने की कोशिश करते हैं.
माइक्रोसॉफ्ट अब Windows स्मार्टफोन में Windows 8.1 का अपडेट नहीं देगा. विंडोज मोबाइल के लिए दिया जाने वाला यह अब तक का सबसे बड़ा अपडेट था. अपडेट बंद होने का मतलब ये है कि अब Windows का खात्मा हो रहा है.
सपोर्ट नहीं मिलने की वजह से लाखों विंडोज स्मार्टफोन यूजर्स के लिए अब मुश्किल होगी. हालांकि यह अचानक नहीं हुआ है, बल्कि धीरे धीरे विंडोज स्मार्टफोन का खात्मा होता आया है.
एक प्रतिद्वंदी खत्म हो गया है.
इससे कुछ समय पहले तक बाजार में तीन स्मार्टफोन की तुलना की जाती थी. क्योंकि ब्लैकबेरी तो पहले से ही बाजार से साफ हो चुका है. इसलिए एंड्रॉयड, आईओएस और विंडोज फोन को कंपेयर किया जाता था. लेकिन अब विंडोज सपोर्ट बंद होने के बाद सिर्फ एंड्रॉयड और आईओएस ही मुख्य ओएस बचे हैं.
कब हुई Windows स्मार्टफोन की शुरुआत
सात साल पहले यानी 2010 में सबसे पहले Windows स्मार्टफोन की शुरुआत हुई . इसके बाद माइक्रोसॉफ्ट ने नॉकिया ब्रांड के स्मार्टफोन बनाने का लाइसेंस लिया. हालांकि इसके बावजूद भी विंडोज फोन बाजार में धमाल नहीं मचा पाए. रिपोर्ट के मुताबिक 2016 के आखिर तक दुनिया भर में Windows फोन का मार्केट शेयर सिर्फ 1 फीसदी रह गया.
एक एजेंसी के मुताबिक लगभग 80 फीसदी Windows फोन में अभी भी Windows 7, Windows 8 और Windows 8.1 मोबाइल ओएस हैं. यानी सिर्फ 20 फीसदी स्मार्टफोन्स में ही Windows 10 मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम दिया गया है.
गौरतलब है कि Windows 8.1 मोबाइल ओएस को कंपनी ने तीन साल पहले दिया था. इसके साथ ही माइक्रोसॉफ्ट ने कोर्टाना का भी अपडेट दिया था. इसके अलावा इसमें कई ग्राफिकल बदलाव किए गए थे.
माइक्रोसॉफ्ट ने Windows 8.1 मोबाइल ओएस के साथ Windows फोन को एंड्रॉयड से टक्कर लेने के लिए अपनी पूरी शक्ति लगा दी. लेकिन कई वजहों से यह एंड्रॉयड और iOS को टक्कर देने में नाकामयाब रहा और आखिरकार अब कंपनी को इसका सपोर्ट खत्म करना पड़ा.
मार्केट शेयर गिरने और एंड्रॉयड के मुकाबले फेल होने की वजह से माइक्रोसॉफ्ट ने अपने लूमिया ब्रांड के हार्डवेयर सेग्मेंट को भी बंद कर दिया.
क्यों फेल हुआ Windows स्मार्टफोन
Windows 8.1 मोबाइल ओएस के साथ सबसे बड़ी मुश्किल ये हुई कि ज्यादातर बड़े ऐप डेवेलपर्स ने इसके लिए ऐप रिलीज करने से भी मना कर दिया. ऐसे में ऐप सपोर्ट कम हो गए और यूजर्स ने इसे छोड़ना शुरू कर दिया. उदाहरण के तौर पर गूगल ने अपने कई ऑफिशियल ऐप्स को Windows Phone के लिए रिलीज ही नहीं किया.
यहां तक Windows के कुछ वर्जन से व्हाट्सऐप ने भी अपना सपोर्ट खत्म कर दिया. इतना ही नहीं माइक्रोसॉफ्ट की प्रोफेशनल सोशल नेटवर्क लिंक्ड इन ऐप को पिछले महीने विंडोज स्टोर से हटा लिया. इन वजहों के अलावा स्ट्रैटिजी फ्रंट पर भी कई ऐसी चूक हुई है.
फिलहाल उन यूजर्स को सपोर्ट मिलता रहेगा जिसमें Windows 10 मोबाइल ओएस है. लेकिन यह भी साफ नहीं है कि आगे इसका सपोर्ट मिलेगा या नहीं. हाल ही में कंपनी ने क्रिएटर अपडेट में कई नए फीचर्स दिए हैं, लेकिन सवाल ये है कि अब Windows मोबाइल का क्या होगा?