आने वाले 2 वर्षों में देश में मोबाइल फोन की मैन्युफैक्चरिंग 50 करोड़ यूनिट के पार पहुंच सकती है. मतलब यह कि 2018 तक देश में बनने वाले मोबाइल फोन की संख्या 50 करोड़ के आंकड़े को छू जाएगी.
टेलीकॉम डिपार्टमेंट के एक अधिकारी ने बताया कि बेहतर टैलेंट और प्रोत्साहन नीति से देश में मोबाइल फोन का प्रोडक्शन बढ़ेगा. इस साल देश में 10 करोड़ मोबाइल फोन बने. जबकि इससे पहले के वर्ष में यह प्रोडक्शन 4.5 करोड़ यूनिट्स का था.
दूरसंचार सचिव जे एस दीपक ने बताया कि कुछ समय पहले तक कुल मोबाइल फोन प्रोडक्शन एक करोड़ यूनिट था जो पिछले साल 4.5 करोड़ और इस साल 10 करोड़ पर पहुंच गया है. ऐसी उम्मीद है कि हम अगले दो साल में 50 करोड़ मोबाइल हैंडसेट बना लेंगे. हमारा लक्ष्य विशेष रूप से सस्ते हैंडसेट बनाने का है.
उन्होंने कहा कि फोन के अलावा अलग-अलग टैरिफ की वजह से घरेलू उत्पादक दूसरे क्षेत्रों जैसे मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स के अलावा ब्रॉडबैंड और सेटटॉप बॉक्स बाजार में भी उतर रहे हैं.