मौजूदा दौर स्मार्टफोन का है और समय के साथ चलना है तो जेब में स्मार्टफोन भी जरूरी है. दरअसल, यही सोचकर संदीप ने बीते दिनों Moto G स्मार्टफोन खरीदा. गूगल ने भी उनकी खुशी में यह कहते हुए चार चांद लगा दिया कि जल्द ही Moto G यूजर को एंड्रॉयड L का अपडेट दिया जाएगा. लेकिन ये समय का ही दस्तूर है कि कल तक खुशी मना रहे संदीप आज दुखी हैं. चिंता जायज है, क्योंकि खबर है कि जर्मनी के एक कोर्ट ने Moto X और Moto G मॉडल को बैन कर दिया है. बजट फोन खरीदने की खुशी में हाल ही संदीप ने जर्मनी जाने की भी योजना बनाई थी.
दरअसल, याद कीजिए तो तीन दिन पहले ही गूगल की घोषणा के बाद संदीप के चेहरे पर खुशियों की बारिश हो गई थी . तब उनके दो दोस्त नंदलाल और दिगपाल मायूस हो गए थे, क्योंकि उन्होंने Moto E स्मार्टफोन खरीदा है. बहरहाल, संदीप जर्मनी जाने से चूक गए हैं और यह दुख उनके आंसुओं की जुबानी साफ जाहिर है. संदीप बताते हैं कि वह बीते तीन रातों से जर्मनी के दिनों की योजना बना रहे थे, लेकिन उन्हें दुख है कि अब टिकट कैंसल करना पड़ेगा.
क्या है पूरा मामला?
8 जुलाई को जर्मनी के एक स्थानीय कोर्ट ने फैसला सुनाया कि मोटो X और मोटो G में इस्तेमाल किए गए एंटिना का डिजाइन स्थानीय इंजीनियरिंग फर्म एलपीकेएफ के पेटेंट का उल्लंघन है. इस फैसले के मुताबिक मोटोरोला को LPKF को हर्जाना चुकाने के लिए कहा गया है, साथ ही जर्मनी बिके दोनों किस्म के स्मार्टफोनों को वापस लेने का भी आदेश दिया गया है. आपको बता दें कि चीन की इलैक्ट्रॉनिक कंपनी लिनोवो ने इस साल की शुरुआत में ही 2.91 बिलियन डॉलर की कीमत मोटोरोला को गूगल से खरीदा था. मोटोरोला ने गूगल की मिल्कियत में ही मोटो X और मोटो G को बाजार में उतारा था.