मुसीबत आदमी या औरत में फर्क नहीं करती. ना ही वो एक तरह की होती है. कभी आप खुद मुसीबत में हो सकते हैं, तो कभी आपका कोई अपना. या फिर कभी आपकी कोई प्यारी सी चीज भी खतरे में पड़ सकती है, या गुम हो सकती है. इसलिए हम आपको ले चलते हैं एक क्विक ट्रिप पर और बताते हैं उन मोबाइल ऐप्स के बारे में जिनकी मदद से आप अपनी, अपनों की और अपनी खास चीजों की हिफाजत कर सकते हैं.
विथयू ऐप
कई बार ऐसा होता है जब आप किसी मुसीबत में होते हैं और आपको नंबर डायल करने का भी मौका नहीं मिल पाता है. ऐसे में विथयू ऐप आपके लिए कारगर साबित हो
सकता है. अगर आप अपने फोन को लगातार दो बार पॉवर बटन प्रेस करते हैं तो उसी वक्त एक sos अलर्ट उन लोगों की फोन तक पहुंच जाएगा जिनका नाम आपने
इस ऐप के कॉन्टैक्ट लिस्ट में दे रखा है. इसके बाद हर दो मिनट पर उन सभी लोगों को अलर्ट मिलता रहेगा. आपके लोकेशन की जानकारी भी उन लोगों तक लगातार
पहुंचती रहेगी.
वैसे तो इस ऐप को चैनल वी वालों ने महिलाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया था. लेकिन ना तो हमारे शास्त्रों में और ना ही इस ऐप की लैंग्वेज में यह कहा गया है कि महिलाओं के मोबाइल एप पुरुषों की सुरक्षा नहीं करेगी. इसलिए इसे कोई भी इस्तेमाल कर सकता है.
लाइफ 360
इस ऐप की मदद से आप खुद तो परिवार और दोस्तों से जुड़े रहते ही हैं. इसके साथ यह एप आपको परिवार के सदस्यों और दोस्तों के लोकेशन की भी जानकारी देता
है. इस एप में 'सर्किल' बनाने का ऑप्शन होता है. इसमें आप अपने करीबी लोगों को जोड़ सकते हैं. फिर इस सर्किल में मौजूद सभी लोग एक दूसरे के रियल टाइम
लोकेशन, यानी किस वक्त कौन सा शख्स कहां मौजूद है, इसकी जानकारी हासिल कर सकते हैं. जाहिर है आप इसकी मदद से अपने खोए फोन का भी पता लगा सकते
हैं.
सेफ्टीपिन
अगर आप किसी अंजान शहर में जा रहे हैं, तो वहां के असल हालात आपको पता नहीं होंगे. जाहिर तौर पर आप ये नहीं जानते कि उस शहर का कौन सा कोना किस
वक्त सुरक्षित या असुरक्षित है. लेकिन टेक्नोलॉजी के पास इसका भी हल है. सेफ्टीपिन ऐप ना सिर्फ आपको GPS ट्रैकिंग का ऑप्शन देता है बल्कि आपको मैप पर यह
भी बताता है कि कौन सी जगह सुरक्षित और असुरक्षित है. खास बात यह कि यह ऐप अंग्रेजी के साथ साथ हिन्दी में भी मौजूद है.
टाइल
अक्सर हम अपना पर्स, चाबी या रिमोट कहीं पर रखकर भूल जाते हैं. लेकिन अगर इन्हें 'टाइल' से अटैच कर रखा जाए, तो बस एक मिस कॉल से खोई चीज का पता
लग जाएगा. सबसे पहले आप अपने फोन में टाइल एप डालिए. इसके अलावा आपको एक चिप भी मिलेगी जिसे आप अपने रिमोट, चाबी या किसी भी चीज से अटैच कर
सकते हैं.
फिर जैसे ही आपकी वो चीज नजरों से दूर होगी, आप बस अपने फोन में एक बटन दबाएंगे और टाइल सिग्नल कैच कर अलार्म बजाएगा. आवाज की मदद से आप अपने खोए सामान को ढूंढ़ सकते हैं.
लेकिन ये तमाम ऐप आपके लिए बेकार हैं, अगर आपके पास अपना फोन नहीं है. रितिक रोशन वाला डायलॉग याद रखिए, 'इंसान ने कम्प्यूटर को बनाया है, कम्प्यूटर ने इंसान को नहीं.' इसलिए अगर आप किसी मुसीबत में हैं और आपका फोन आपके पास नहीं है तो आपके दोस्तों को आपकी सही लोकेशन पता नहीं चलेगी. उन्हें बस आपके फोन की ही लोकेशन मिलेगी.