ई-वॉलेट कंपनी फ्रीचार्ज के बुरे दिन चल रहे हैं. हाल ही में फ्रीचार्ज की पेरेंट कंपनी स्नैपडील ने 600 कर्मचारियों की छटनी की थी. इतना ही नहीं फ्रीचार्ज के सीईओ गोविंद राजन को भी हटाया गया. कंपनी के फाउंडर की भी सैलरी में कटौती की गई. अब रिपोर्ट्स आ रही है कि स्नैपडील फ्रीचार्ज को बेचने की तैयारी में है. इसके लिए इंटरनेशनल पेमेंट कंपनी पेपल से बातचीत की जा रही है.
इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट्स के मुताबिक इस डील की वैल्यू 500 मिलियन डॉलर होगी. 2015 में स्नैपडील ने इसे 400 मिलियन डॉलर में खरीदा था. हालांकि पेपल और फ्रीचार्ज दोनों ने ही फिलहाल इस डील के बारे में कुछ भी नहीं कहा है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक पेपल इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर अनुपमा पहुजा ने कहा है, ‘हम भारत के डिजिटल पेमेंट्स स्पेस में बड़ा रोल निभाना चाहते हैं. हम चाहते हैं कि हमारे प्रोडक्ट्स के जरिए यूजर्स के फाइनैंशियल सिस्टम में ऐक्सेस लोकतांत्रिक बनाएं. आने वाले दिनों में कैश पुराना कॉन्सेप्ट हो जाएगा’
बताया यह भी जा रहा है कि इस डील के बाद दुनिया की सबसे बड़ी ऑनलाइन पेमेंट कंपनी डायरेक्ट भारत में कदम रख सकती है. फिलहाल यह कंपनी भारतीय मर्चेंट्स को पेमेंट गेटवे देती है.
हाल ही में पेपल ने पेटीएम के खिलाफ लोगो चोरी करने का आरोप लगाया था. कंपनी का कहना था कि पेटीएम ने उसके लोगो का लेआउट कॉपी किया है.