भारत की लगभग सभी टेलीकॉम कंपनियों के दावे और प्रचार को देखें तो ऐसा लगता है कि ये सबसे तेज हैं. लेकिन आंकड़े कुछ और ही बयान करते हैं. स्पीड कम होती जाती है और कई बार तो 4G की स्पीड 3G जैसी ही मिलने लगती है.
ओपन सिग्नल की रिपोर्ट के मुताबिक भारत 4G स्पीड के मामले में फिसड्डी साबित हो रहा है. खासकर डाउनलोडिंग स्पीड के लिहाज से जो सबसे ज्यादा जरूरी होती है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में 4G की ऐवरेज डाउनलोडिंग स्पीड सिर्फ 5.1Mbps है.
3G स्पीड की बात करें तो यहां की डाउनलोडिंग स्पीड 1Mbps से भी कम है. सबसे चिंताजनक स्थिति तो यह है कि कुछ 3G यूजर्स के लिए डाउनलोडिंग स्पीड 10Kbps तक होती है.
एवरेज डाउनलोड स्पीड 5.1Mbps का मतलब यह भी है कि भारत की 4G स्पीड दुनिया की एवरेज स्पीड से काफी कम है. क्योंकि ग्लोबल एवरेज 4G डाउनलोड स्पीड 16.2Mbps है. ग्लोबल रैंकिंग में भारत 74वें नंबर पर है जबकि पाकिस्तान और श्रीलंका इससे ऊपर हैं.
4G स्पीड में नंबर-1 पर सिंगापुर है जबकि 4G उपलब्धता में साउथ कोरिया नबर-1 है. 75 देशों की लिस्ट में भारत 44वें नंबर पर है और सिर्फ कोस्टा रिका से ऊपर है.
ओपन सिग्नल की रिपोर्ट के मुतबाकि पिछले छह महीनों में भारत की डाउनलोडिंग स्पीड 1Mbps से ज्यादा घटी है. ऐसा इसलिए क्योंकि रिलायंस जियो की फ्री सर्विस की वजह से यूजर्स की तादाद बढ़ी है. जियो की वजह से दूसरी टेलीकॉम कंपनियों ने भी प्लान सस्ते किए हैं ऐसे में 4जी यूजर्स बढ़ गए और डिमांड ज्यादा होने पर स्पीड कम हो गई.