टेक दिग्गज गूगल ने अपने दो फ्लैगशिप स्मार्टफोन Pixel और Pixel XL लॉन्च किए हैं. हमने इन दोनों स्मार्टफोन के बारे में विस्तार से बताया है. लेकिन अब हम आपको ये बताएंगे कि भारतीय बाजार में ये दोनों स्मार्टफोन फ्लॉप साबित होंगे.
कीमत
Google Pixel के बेसिक वैरिएंट यानी 32GB इंटरनल मेमोरी वाले डिवाइस की कीमत 57,000 रुपये है. यह एक तथ्य है कि ज्यादातर भारत की जनता अगर 50 हजार से ऊपर के स्मार्टफोन खरीदने का मन बनाती है तो सबसे पहले वो Apple के iPhone को तवज्जो देती है. क्योंकि फिलहाल आईफोन दुनिया के बेहतरीन स्मार्टफोन्स में से एक हैं और ये स्टेटस सिंबल भी है. कई iPhone यूजर्स को हमने यह कहते सुना है कि चाहे सैमसंग का 50,000 का स्मार्टफोन खरीद लो, लेकिन सामने वाले को इसकी कीमत बतानी होती है. iPhone को लोग दूर से देख कर ही समझ जाते हैं कि यह तो महंगा स्मार्टफोन होगा.
iPhone 7 लॉन्च हो गया है और जल्द ही यह 60,000 रुपये की शुरुआती कीमत के साथ भारत में मिलना शुरू होगा. ऐसे में 3,000 रुपये और लगाकर लोग iPhone 7 खरीदना चाहेंगे.
लिमिटेड स्टोरेज
Pixel और Pixel XL में मेमोरी कार्ड लगाकर इसके स्टोरेज को नहीं बढ़ा सकते हैं. हालांकि कंपनी ने फोटोज और वीडियोज के लिए अनलिमिटेड क्लाउड स्टोरेज दिया है, लेकिन भारत के लिए यह व्यवहारिक नहीं है. यहां मोबाइल इंटरनेट की स्थिति बद से बदतर है. क्लाउड पर एचडी कंटेंट सेव करने के लिए हाई स्पीड इंटरनेट की जरूरत होती है. ज्यादातर जनता के पास हाई स्पीड इंटरनेट का ऐक्सेस नहीं है.
वॉटर प्रूफ नहीं हैं ये स्मार्टफोन
अगर 50,000 से ऊपर के स्मार्टफोन खरीदेंगे तो जाहिर है आप यह भी देखेंगे कि जो स्मार्टफोन लेने जा रहे हैं वो वॉटर प्रूफ है या नहीं. सैमसंग और सोनी जैसी दूसरी कंपनियां अब अपने हाई एंड बजट स्मार्टफोन वॉटर प्रूफ बना रही हैं. इस बार एप्पल ने भी इसे भांप लिया है और iPhone 7 को वॉटर प्रूफ बना दिया. जाहिर है जनता आईफोन की तरफ ही भागेगी.
ये खासियतें दूसरे एंड्रॉयड स्मार्टफोन में भी मिलेंगी
गूगल ने इसके लॉन्च के दौरान अपने गूगल ऐसिस्टेंट का बखान किया. ये दो स्मार्टफोन गूगल ऐसिस्टेंट के साथ आने वाले पहले डिवाइस होंगे. गूगल ऐसिस्टेंट गूगल नाउ को रिप्लेस करेगा और यह आपके वॉयस या लिखे हुए कमांड्स पर काम करेगा. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस बेस्ड यह फीचर गूगल के ऐप ऐलो में भी दिया गया है जो काफी बेहतरनी है इससे इनकार नहीं किया जा सकता.
प्रीवेसी की समस्या
इस स्मार्टफोन में इनबिल्ट गूगल ऐसिस्टेंट दिए जाने का मतलब ये कि यह आपकी दिनचर्या को रेकॉर्ड करेगा. आप क्या करते हैं, कहां जाते हैं, किससे बात करते हैं और क्या ऑर्डर करते हैं ऐसी तमाम जानकारी इसके पास रहेंगी. हालांकि अगर आप गूगल ऐसिस्टेंट यूज नहीं करेंगे तो इससे बचे रहेंगे. लेकिन इस स्मार्टफोन की खासियत ही यही है.
एडवर्ड स्नोडेन ने तो लोगों को गूगल के नए ऐप ऐलो जिसमें गूगल ऐसिस्टेंट दिया गया है उसे यूज करने से साफ मना कर दिया है. उनका कहना है कि गूगल के लिए यह लोगों की जानकारी इकट्ठा करने का एक टूल मात्र है.
लेकिन क्या सिर्फ गूगल ऐसिस्टेंट और क्लाउड स्टोरेज के लिए भारतीय यूजर इतनी भारी भरकम रकम अदा करेंगे? 100GB क्लाउड स्टोरेज वाला Nextbit Robin स्मार्टफोन भी बाजार में है जिसकी कीमत इससे आधी है.