Xiaomi Redmi Note 4 फटने की खबर है. Note सीरीज भारत में काफी पॉपुलर है. यह घटना 4 अक्टूबर शाम छह बजे की है. AIIMS में काम कर रहे डॉ. अंकुर खंडेलवाल ने aajtak.in को बताया है कि फोन टेबल पर रखा था और दो बार ब्लास्ट हुए और फोन में आग लग गई. उन्होंने कहा है कि वो इसके बाद सर्विस सेंटर गए, लेकिन कंपनी कह रही है कि ये एक ऐक्सिडेंट है और ये किसी के भी साथ हो सकता है.
हालांकि डॉ. खंडेलवाल का कहना है कि इस फोन में कभी कोई दिक्कत नहीं आई और ये सही से काम कर रहा था. लेकिन 4 अक्टूबर को फोन अचानक फट गया. उन्होंने कहा है, ‘मेरा बेटा इस फोन में एक गेम खेल रहा था मैने उसे मना किया और फोन लेकर टेबल पर रख दिया. 5 से 6 मिनट के बाद फोन में ब्लास्ट हो गया और फोन में आग भी लग गई. फोन दो बार ब्लास्ट हुआ और इससे धुंआ भी निकलने लगा’
उन्होंने कहा कि फोन फटने के बाद उन्होंने चिमटे से फोन उठा कर पानी से भरी बाल्टी में डाला और फिर कस्टमर केयर से संपर्क किया. उन्होंने नेहरू प्लेस के एक सर्विस सेंटर में फोन सबमिट कर दिया और हमारे साथ इसकी रिसीट भी शेयर की है. उनका कहना है कि कंपनी ने ये भी माना है कि फोन में ब्लास्ट हुआ है, लेकिन फिर भी ये ऐक्सिडेंट है और ऐसा हो सकता है.
शाओमी की तरफ से उन्हें कहा गया कि चूंकि फोन फटा है, इसलिए कंपनी आपको फोन का आधा पैसा रिफंड कर देगी. डॉ. अंकुर ने कहा है कि शर्त ये रखी गई है कि अगर वो Redmi Note 4 फिर से खरीदते हैं तो ही उन्हें 50% का डिस्काउंट दिया जाएगा, वर्ना रिफंड नहीं मिलेगा. डॉ. अंकुर खंडेलवाल का कहना है कि वो एक डॉक्टर हैं और उन्हें इस बात का अंदाजा है कि अगर फोन कुछ देर पहले फटा होता तो उनके बच्चे के साथ अनहोनी हो सकती थी.
अब डॉ. अंकुर की मांग है कि कंपनी फुल पैसा रिफंड करे या फिर वो कंज्यूमर कोर्ट में जाएंगे. उन्होंने कहा कि फोन यूज करने के लिए खरीदते हैं और लंबे समय से फोन यूज कर रहे हैं. अगर कंपनियां इस तरह के फोन बनाएंगी तो लोगों का बड़ा नुकसान हो सकता है.
डॉ. खंडेलवाल ने बताया है इस स्मार्टफोन का चार्जर कहीं खो गया था और इसलिए वो 8 या 9 महीने से फोन को दूसरे चार्जर से चार्ज कर रहे थे. लेकिन बाद में उन्होंने ये साफ किया है कि वो चार्जर उन्होंने शाओमी से ही खरीदा था. उनका कहना है कि इस दौरान फोन कभी भी न तो गर्म हुआ न ही फोन की बैटरी में कोई दिक्कत आई है.