दूरसंचार कंपनियों को फायनेंशियल इयर 2017-18 में भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस जियो की वजह से मिलने वाली कड़ी प्रतिस्पर्धा के चलते टॉप तीन टेलीकॉम कंपनियों में से दो को ज्यादा स्ट्रगल करना होगा.
क्रिसिल के एक नोट में कहा गया है कि 1.5 लाख करोड़ रुपये के वायरलेस टेलीकॉम मार्केट को 'प्राइस वार' का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनका मुनाफा प्रभावित होगा. नोट में कहा गया है कि टॉप तीन में से दो कंपनियों के लिए स्थिति काफी खराब होगी.
बताया गया है कि डेटा यूजर्स के लिए 'प्राइस वार' की वजह से इस सेक्टर को दिक्कतें आएंगी. हालांकि, साथ ही इसमें कहा गया है कि बाजार में टॉप पोजिशन पर पहुंचना काफी अहम होगा. कुल मिलाकर इस साल कॉम्पिटिशन बढ़ेगी. क्रिसिल ने कहा कि वैश्विक स्तर के अनुभवों से पता चलता है कि बाजार की टॉप कंपनी अधिक मुनाफे की स्थिति में रहती है.
गौरतलब है कि मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी रिलायंस जियो के आने से टेलीकॉम कंपनियों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा ने जन्म ले लिया है. रिलायंस जियो ने आते ही पहले ग्राहकों को वेलकम ऑफर दिया फिर हैपी न्यू ऑफर, उसके बाद गर्मियों के लिए समर सरप्राइज ऑफर भी पेश कर दिया था. इससे ग्राहकों को लंबें समय तक फ्री में लगभग सारी सुविधाएं मिल रही थीं.
रिलायंस जियो के इन प्लान्स की वजह से बाकी सारी टेलीकॉम कंपनियों को भी अपने दाम कम करने पड़े. अब तो ऐसी स्थिति हो गई है कि हर दिन नए ऑफर्स टेलीकॉम कंपनियों के पिटारे से निकलते ही रहते हैं. अभी भी जियो का धन धना धन ऑफर जारी है.