आमतौर पर एंड्रॉयड के मुकाबले आईफोन को ज्यादा सिक्योर माना जाता है. इसकी कई वजहें हैं जिनमें से एक ऐपल की पॉलिसी है जिसके साथ कंपनी कभी समझौता नहीं करती है. इसी तरह ऐपल की क्लाउड सर्विस iCloud है जिसे काफी सिक्योर क्लाउड स्पेस माना जाता है. लेकिन उम्मीद है आप इस रिपोर्ट के बाद iCloud को उतना सिक्योर तो नहीं ही मानेंगे जितना पहले से मानते आए हैं.
अगर आप ये सोचते हैं कि आईफोन, मैकबुक या आईपैड पर इंटरनेट ब्राउज करके उसकी हिस्ट्री डिलीट कर दिया और सेफ हो गए ताकि कोई दूसरा ये ना जान सके की आपने इंटरनेट पर क्या ढूंढा है. अगर ऐसा है तो आप गलत हो सकते हैं.
डिलीट की गई हिस्ट्री नहीं होती खत्म!
रूस की हैकिंग टूल बनाने वाली कंपनी Elcomsoft के सीईओ के मुताबिक ऐपल सफारी ब्राउजर की ब्राउजिंग हिस्ट्री iCloud पर एक साल से ज्यादा तक सेव रखती है. यानी अगर आपने हिस्ट्री डिलीट कर दी है फिर भी iCloud पर वो एक साल तक सेव रहती है.
Elcomsoft के सीईओ व्लादमीर कातालो ने फोर्ब्स को बताया है कि आईफोन मेकर iCloud पर tombstone नाम से एक खास स्पेस रखते हैं जहां डीलिट की गई वेब विजिट्स स्टोर की जाती हैं. उन्होंने बताया है कि इसके बारे में उन्हें तब पता चला जब वो सफारी ब्राउजर की हिस्ट्री को अपने आईफोन पर देख रहे थे. इसके बाद उन्होंने Elcomsoft फोन ब्रेकर सॉफ्टवेयर यूज करते हुए iCloud से डेटा निकाला तो उन्हें पिछले एक साल पुरानी ब्राउजिंग हिस्ट्री मिली जो पहले उन्होंने डिलीट कर दी थीं.
उन्होंने कहा है, ‘हमने पाया है कि ब्राउजिंग हिस्ट्री क्लाउड पर हमेशा के लिए रहते हैं’
फोर्ब्स मैग्जीन के मुताबिक जब उन्होंने Elcomsoft के फोन ब्रेकर सॉफ्टवेयर से iCloud से ब्राउजिंग हिस्ट्री जाननी चाही तो उन्हें लगभग 7000 रिकॉर्ड्स मिले तो नवंबर 2015 के थे. इस हिस्ट्री में वेबसाइट के यूआरएल, गूगल सर्च, विजिट, काउंट और डेट और टाइम जैसी जानकारियां थीं.
फिलहाल यह साफ नहीं है कि ऐपल ऐसा क्यों कर रहा है. लेकिन अगर ऐसा है तो आईफोन यूजर्स के लिए गंभीर समस्या हो सकती है. खास कर उन यूजर्स के लिए जिनके लिए प्राइवेसी और सिक्योरिटी ज्यादा जरूरी है.
फोर्ब्स मैग्जीन की रिपोर्ट के मुताबिक इस खुलासे के बाद जल्दी ही एल्कॉमसॉफ्ट के सीईओ और कुछ दूसरे सूत्रों ने कहा कि उनकी पुरानी ब्राउजिंग हिस्ट्री iCloud से खुद मिट रही हैं. उनका दावा है कि ऐसा ऐपल कर रही है, लेकिन कंपनी का इसपर कोई बयान नहीं आया है.
Elcomsoft के इस खुलासे पर ऐपल ने कुछ भी कहने से इनकार किया है.