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Exclusive: Sarahah पर मैसेज भेजने वाले की पहचान हो सकती है जाहिर, पढ़ें फाउंडर का इंटरव्यू

AajTak.in ने सबसे पहले आपने Sarahah ऐप के फाउंडर जैन-अल आबेदीन का इंटरव्यू किया है. इंटरव्यू के दौरान इस ऐप के फाउंडर जैन-अल आबेदीन ने ऐसी बातें उन्होंने बताईं हैं जो आपको जाननी चाहिए.

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सराहा फाउंडर जैन-अल आबेदीन
सराहा फाउंडर जैन-अल आबेदीन

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एनोनिमस कंस्ट्रक्टिव फीडबैक ऐप सराहा हफ्ते भर में भारत में काफी पॉपुलर हो चुका है. प्ले स्टोर से लेकर ऐपल के ऐप स्टोर में यह अपने सेग्मेंट में टॉप पर है. करोड़ों लोगों ने इसे डाउनलोड किया है और इस्तेमाल कर रहे हैं.

हमने सबसे पहले इस ऐप को बनाने वाले जैन-अल आबेदीन का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू किया है . बातचीत के दौरान उन्होंने कई दिलचस्प जानकारियां दी हैं. अगर आप सराहा यूज करते हैं तो यह जानकारी आपके लिए काफी फायदेमंद साबित होंगी.

क्या सराहा पर मैसेज भेजने वाले की पहचान जाहिर की जाएगी?

यही सवाल हमने सराहा के फाउंड जैन-अल आबेदीन से पूछा था तो उनका जवाब था, ‘हां, लेकिन बिना इजाजत के नहीं’.  यानी अगर आप किसी कानून का उल्लंघन नहीं करते हैं तो जानकारी नहीं बताई जाएगी. लेकिन इस ऐप के फाउंडर ने हमें यह साफ तौर पर बताया है कि अगर किसी सरकारी ऐजेंसियां चाहेंगी तो उनके कहने पर सेंडर की पहचान जाहिर कर दी जाएगी.

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हालांकि जैन-अल आबेदीन ने यह भी कहा है कि हम किसी भी यूजर की पहचान जाहिर नहीं करेंगे और इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं. लेकिन अगर अच्छे से यूज करें तो. बातचीत से यह साफ है कि सराहा के मैसेज व्हाट्सऐप जैसे सिक्योर नहीं हैं.

क्या व्हाट्सऐप के चैट जैसा ही सिक्योर है सराहा?

नहीं. सराहा और व्हाट्सऐप अलग अलग टूल हैं. व्हाट्सऐप में एंड टू एंड एन्क्रिप्शन मिलता है जबकि सराहा में ऐसा नहीं है. एंड टू एंड एन्क्रिप्शन का मतलब ये है कि सेंडर और रिसीवर के अलावा कोई भी तीसरा इसके मैसेज नहीं पढ़ सकता है चाहे वो व्हाट्सऐप के अधिकारी ही क्यों न हों. इतना ही नहीं सरकारी एंजेसियां भी व्हाट्सऐप चैट की जानकारी नहीं ले सकती हैं.

 EXCLUSIVE: क्लिक करें और पढ़ें Sarahah के फाउंडर का भारत से क्या कनेक्शन है

क्या आपका डेटा डार्क वेब पर बेचा जाएगा?

चूंकि दुनिया भर के लोग इस पर अकाउंट बना रहे हैं और अकाउंट बनाने के लिए ईमेल आईडी देनी होती है. यानी आपकी जानकारी सरहा के सर्वर पर स्टोर होता है. इसलिए कस्टमर्स को डर है कि क्या डीटेल्स को बेचा जाएगा या विज्ञापन के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.

हमने इस सवाल का जवाब जैन-अल आबेदीन से जानना चाहा. उन्होंने बताया है, ‘ऐसा बिल्कुल नहीं होगा.  हमारे पास कड़ी प्राइवेसी पॉलिसी है और हम किसी भी कीमत पर किसी शख्स की आइडेंडिटी कभी जाहिर नहीं कर सकते’

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अगला फीचर कब आएगा?

इस ऐप के भविष्य के लिए जरूरी ये है कि इसमें नया फीचर जोड़ा जाए. क्योंकि लोग एक समय के बाद बोर होने लगेंगे. इसी सवाल को हमने जब इस ऐप के फाउंडर से पूछा तो उन्होंने कहा है, ‘हमारे पास कस्टमर्स के लिए कुछ सरप्राइज है जिसे हम जल्द ही लॉन्च करेंगे’. इससे जाहिर होता है कि इसमें फीडबैक के अलावा भी कुछ फीचर्स आ सकते हैं.

बहरहाल फीचर लॉन्च से पहले आप आज तक की वेबसाइट पर सबसे पहले इसकी जानकारी आपको मिलेगी.

 

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