जापानी कंपनी सोनी ने एप्पल से दूसरा स्थान छीन लिया है. भारतीय स्मार्टफोन बाजार में सोनी की यह जबरदस्त सफलता है. कंपनी ने इसके लिए सही रणनीति पर काम किया और उसे सफलता भी मिली.
बाजार के आंकड़े इकट्ठा करने वाली कंपनी आईडीसी के मुताबिक सोनी ने 2013 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में भारतीय स्मार्टफोन बाजार का 9.1 प्रतिशत हिस्सा ले लिया जबकि एप्पल महज 7 प्रतिशत पर ही कब्जा कर सकी. बाजार के सबसे बड़े खिलाड़ी कोरियाई कंपनी सैमसंग ने 43 प्रतिशत हिस्से पर कब्जा कर रखा है.
बाजार के जानकारों ने बताया कि 10,000 रुपये से 20,000 रुपये तक के वर्ग में सोनी ने कई तरह के स्मार्टफोन पेश किए. इससे कंपनी को काफी लोकप्रियता मिली. इस वर्ग में सोनी की एक्सपीरिया एम डुअल और एक्सपीरिया सी ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया. इस कीमत वर्ग में ग्राहक काफी आ रहे हैं और यह तेजी से बढ़ रहा है.
लेकिन एप्पल के पिछड़ने का एक और कारण भी बताया जा रहा है और वह यह कि कंपनी ने अपने सबसे ज्यादा बिकने वाले मॉडल आईफोन4 की भारत में बिक्री बंद कर दी. इससे वह स्थान खाली हो गया और सोनी को उसका फायदा मिला. इससे एप्पल की कुल बिक्री भी गिर गई.
लेकिन इस साल नोकिया ने कई अच्छे फोन पेश करके बाजार मे खलबली मचा दी है. कंपनी ने एंड्रॉयड फोन कम दामों में पेश करके बाजार में घुसपैठ की है. माइक्रोमैक्स ने भी कैनवस फोन की श्रृंखला उतारी है. भारतीय कंपनियों माइक्रोमैक्स, कार्बन और लावा अच्छा कर रही हैं और बाजार में अपनी जगह बनाए हुए हैं.