एप्पल ने अपने नए प्रोडक्ट 4 इंच के iPhone SE को सोमवार को लॉन्च कर दिया है. भारतीय समय के अनुसार रात 10:30 बजे यह प्रशंसकों के सामने पेश हो गया. उपभोक्ताओं को हर बार अपनी खूबियों से चौंकाने वाली दिग्गज कंपनी एप्पल ने पहली बार लॉन्चिंग के वक्त चुनने को लेकर भी सबको हैरत में डाल दिया है. क्योंकि अब तक एप्पल अपने नए प्रोडक्ट को आमतौर पर सितंबर में लॉन्च करती रही है. टेक मार्केट के एक्सपर्ट इसे रणनीतिक कदम बता रहे हैं.
आइए, एप्पल के इस पहल की सबसे बड़ी वजहों को जानते हैं-
1. एप्पल इनसाइडर्स के मुताबिक साल की पहली तिमाही में एप्पल के कारोबार में कमी दर्ज की गई. साल 2015 में लॉन्च आईफोन 6एस पहले आए आईफोन 6 की बिक्री के सिलसिले को बढ़त दिलाने में कामयाब नही हो पाई. बीते तिमाही में बिक्री के आंकड़े घटने का अंदेशा एप्पल के सीईओ टिम कुक ने खुद जाहिर किया था. इससे उबरने के लिए कंपनी को नई रणनीति बनानी पड़ी. इसलिए साल की शुरुआत में खरीदारों को आकर्षित करने के लिए यह तर्कसंगत कदम है.
2. ऑफ सीजन सेल को बिक्री बढ़ाने की नई रणनीति के तौर पर पुरी दुनिया में अपनाया जाता रहा है. एप्पल ने भी आईफोन एसई की कीमतें पहले के फोन से कम हैं. एंट्री लेवल के मिड रेंज स्मार्टफोन में इसकी खुबियां कहीं ज्यादा है.
3. चीन और भारत के विशाल बाजार में खरीदारी को लेकर एप्पल उम्मीदों से भरा है . आंकड़ों के मुताबिक इन जगहों पर उनके प्रशंसकों की संख्या दूसरे देशों के मुकाबले अधिक दर्ज की गई है.
4. वैश्विक आर्थिक सुस्ती के दौर में भी भारत पर कम असर पड़ा है. चीन, अफ्रीका, मध्य पूर्व भी तेजी से उभरते बाजारों में शामिल है. इन बाजारों और यहां के लोगों की बढ़ी खरीदने की क्षमता ने एप्पल को मार्च में अपने प्रॉडक्ट लॉन्च करने की ओर कदम बढ़ाने में शक नहीं रहने दिया है.
5. बिजनेस और सर्विस क्लास के अलावा भी लोगों में तकनीक और गजैट्स को लेकर दीवानगी बढ़ी है. युवाओं की गिनती इनमें सबसे ज्यादा है. इनमें आईफोन का क्रेज बरकरार रखने के लिए भी कम कीमत पर एप्पल आईफोन एसई को एजुकेशन सेक्टर के रिलीफ टाइम के दौरान लॉन्च करने की बड़ी वजह माना जा रहा है.