पिछले कुछ सालों से दुनिया भर का स्मार्टफोन बाजार तेजी से बदला है. सैमसंग, मोटोरोला, एलजी और शाओमी जैसी बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों ने कई ऐसे स्मार्टफोन्स लाए हैं जो वाकई में एप्पल के प्रोडक्ट्स को टक्कर दे रहे हैं. सैमसंग भी पिछले दो साल से लगातार ऐसे स्मार्टफोन ला रहा है जो आईफोन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
आईफोन की बिक्री में गिरावट: इस बार का इवेंट इसलिए भी खास है, क्योंकि हाल ही में 2007 (पहला आईफोन) के बाद पहली बार आईफोन की बिक्री में 16.3 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. इसकी वजह किसी से छिपी नहीं है, क्योंकि बाजार में अब सिर्फ आईफोन ही प्रीमियम स्मार्टफोन नहीं रह गया है. कई स्मार्टफोन आईफोन को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
Apple Watch का मार्केट शेयर कम: सिर्फ iPhone ही नहीं बल्कि दूसरे प्रोडक्ट्स में भी एप्पल की साख गिर रही है. आईडीसी की ताजा रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया भर का वियरेबल मार्केट में 26.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन एप्पल वाच का मार्केट शेयर कम हुआ है. आईडीसी के मुताबिक फिलहाल फिटबिट का मार्केट शेयर एप्पल वाच से ज्यादा है. हालांकि एप्पल ने अपनी वाच के आधिकारिक आंकड़े जारी नहीं किए हैं.
चीन और जापान में बिक्री हुई कम: कैंटर ने हाल ही में स्मार्टफोन ओएस का डेटा जारी किया था. इसके मुताबिक अमेरिका को छोड़कर चीन और जापान जैसे देशों में एक साल में iOS के मुकाबले एंड्रॉयड का मार्केट शेयर तेजी से बढ़े.
आज एप्पल की नई वाच का ऐलान भी संभव है. आंकड़ों पर नजर डालें तो इस iPhone7 और Apple Watch 2 कंपनी के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाले हैं.
स्पेसिफिकेशन्स के मामले में आगे निकली कंपनियां
बात हो स्मार्टफोन में इनोवेशन की तो एलजी ने दुनिया का पहला मॉडुलर स्मार्टफोन लाकर दुनिया को चौंकाया. इसके अलावा मोटोरोला ने भी मॉडुलर स्मार्टफोन Moto Z पेश किया है.
डुअल कैमरा, ज्यादा रैम, ज्याजा मेमोरी और मेटल के स्मार्टफोन की भरमार हो रही है. ऐसे में इस बार एप्पल पर बेहतरीन स्मार्टफोन लाने का काफी दबाव है. क्योंकि अभी कई कंपनियां अपने फ्लैगशिप डिवाइस के साथ तैयार भी हैं. अगर कंपनी ने कोई भी गलती की तो भले ही इसके फैंस न समझें लेकिन इसका खामियाजा एप्पल को भुगतना होगा. और शायद यही वजह है कि कंपनी ने 4 इंच का iPhone SE लॉन्च किया था.