समय के साथ जैसे-जैसे टेक्नोलॉजी ने कदम बढ़ाया, हमारे सेलफोन की न सिर्फ सूरत बदली बल्कि उसका इस्तेमाल भी बदल गया. एक समय था जब फोन का बिल कॉल मिनट्स और SMS केंद्रित था, लेकिन अब ऐसा नहीं है. स्मार्टफोन ने इंटरनेट की दुनिया को हमारी हथेली पर लाकर रख दिया है, तो फोन के बिल का एक बड़ा हिस्सा डेटा चार्जेज पर निर्भर करने लगा है. वीडियो कॉलिंग और व्हाट्अप से लेकर वाइबर जैसे App ने तो बिल में कॉलिंग और SMS से ज्यादा डेटा चार्जेज पर खर्च बढ़ा दिया है.
यह सच है कि हममें से बहुत से लोग इसके लिए अनलिमिटेड डेटा प्लान का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन एक सच यह भी है कि कुछ GB के बाद हमारा 3जी डेटा प्लान डायल-अप स्पीड में कनवर्ट हो जाता है. यानी स्पीड बनाए रखना है तो डेटा बचाने की जुगत यहां भी जरूरी है. हालांकि खर्च में कटौती के लिए एक और तरीका Wi-Fi नेटवर्क मिलते ही उससे कनेक्ट करना भी है, लेकिन दिनभर यहां से वहां आने-जाने के क्रम में यह थोड़ा असंभव और असुरक्षित भी हो जाता है. जबकि कुछ ऐसे उपाय हैं, जिन्हें अपनाकर आप अपने डेटा खर्च में कटौती कर सकते हैं. जाहिर तौर ऐसा होते ही आपके मोबाइल बिल पर इसका सकारात्मक असर भी दिखने लगेगा.
1) सबसे पहले अपने स्मार्टफोन में उन सारे App को Uninstall करें, जिनका आप इस्तेमाल नहीं करते. क्योंकि अक्सर App अपडेट होते रहते हैं और यह बेवजह डेटा खर्च करते हैं.
2) अगर आप App Uninstall नहीं करना चाहते हैं तो Settings में जाकर इसके ऑटो अपडेट को ऑफ या डिसेबल कर दें. इसके लिए आप App Manager जैसे प्रोग्राम का भी इस्तेमाल कर सकते हैं.
3) गैरजरूरी अपडेट नोटिफिकेशन को Ignore करना सीखें. जरूरी नहीं कि हर अपडेट को इंस्टॉल किया ही जाए. हां, OS से संबंधित अपडेट्स को जरूर इंस्टॉल करें. इससे फोन के परफॉर्मेंस में इजाफा होता है.
4) अगर आप YouTube पर वीडियो अपलोड करते हैं तो फोन की बजाए पीसी से अपलोड करें. इन दिनों अमूमन हर अच्छे स्मार्टफोन में HD कैमरा होता है. ऐसे में एक छोटा HD वीडियो भी 200MB के बराबर साइज का होता है. जबकि इसे तुरंत फोन से ही अपलोड करने की बजाय टाला भी जा सकता है.
5) व्हाट्सअप और वाइबर जैसे App का इस्तेमाल करते हैं तो दोस्तों द्वारा भेजे जाने वाले हर वीडियो को डाउनलोड करने से बचें. इस बाबत थोड़ी सर्तकता बरतें और यह भी जांच लें कि कहीं संबंधित वीडियो किसी दोस्त ने पहले भी तो नहीं भेजा है.
6) डेटा खर्च बचाना चाहते हैं तो वीडियो चैट से बचें. माना कि यह नया शगल है और 3जी नेटवर्क के साथ स्मार्टफोन लिया है तो स्टेटस पर बनता है, लेकिन ऐसा भी क्या कि हर किसी को वीडियो कॉल ही किया जाए.
7) वीडियो कॉलिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले दो-तीन App को डेटा खर्च के आधार पर परख लें. कई App कम डेटा खर्च करते हैं. जबकि कई 3MB प्रति मिनट के दर से डेटा खर्च कर ऐसी सुविधा देते हैं.
8) इन दिनों ऑनलाइन गेम खेलने का भी ट्रेंड बढ़ा है. इससे बचें. गेम खेलना ही है तो उसे ऑफलाइन इंस्टॉल कर लें. आम तौर पर ऑनलाइन गेम खेलने के दौरान 1MB प्रति मिनट की दर से डेटा खर्च होता है.
9) इन दिनों टीवी पर एड देखकर ऑनलाइन म्यूजिक स्ट्रीमिंग App के प्रति भी रुझान बढ़ा है. लोग धड़ल्ले से Saavn, Hungama, Gaana.com जैसे App डाउनलोड कर मनचाहा म्यूजिक सुनते हैं. लेकिन इससे बेहतर होगा अगर आप अपने पसंदीदा गानों को फोन में डाउनलोड ही कर लें.
10) इसे इस तरह समझिए कि अगर कोई गाना 320Kbps बिट रेट से स्ट्रीम हो रहा है तो यह हर मिनट आपका 2.4MB डेटा खर्च कर रहा है. यानी अगर आप एक घंटा ऑनलाइन गाना सुनते हैं तो यह 115MB डेटा खर्च कर डालता है.
11) म्यूजिक स्ट्रीमिंग की तरह ही YouTube आदि वेबसाइट पर लाइव वीडियो स्ट्रीमिंग से बचें. आम तौर पर एक अच्छी क्वालिटी का वीडियो स्ट्रीमिंग के दौरान 50MB प्रति मिनट की दर से डेटा खर्च करता है. जबकि एक घंटा HD वीडिया स्ट्रीमिंग में 3GB तक इंटरनेट डेटा खर्च होता है.