रिलायंस जियो ने अनलिमिटेड फ्री कॉलिंग और इंटरनेट के साथ जब से भारतीय बाजार में कदम रखा तभी से दूसरी टेलीकॉम कंपनियां TRAI से इसकी लगतार शिकायत कर रहीं हैं. लेकिन TRAI ने सारी शिकायतों को दरकिनार कर जियो को क्लीन चिट दे दी है.
भारती एयरटेल, आईडिया और वोडाफोन ने टेलीकॉम रेगुलेटर से जियो के मार्च 2017 तक चलने वाले फ्री ऑफर को भेदभावपूर्ण बताते हुए जांच की मांग की थी.
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TRAI ने कंपनियों को अपना फैसला अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी से आए बयान के बाद सुनाया जिसमें उन्होंने राय दी थी कि रिलायंस जियो रेगुलेटर द्वारा सुनिश्चत किए गए किसी भी नियम को नहीं तोड़ता और TRAI को इस मसले पर पड़ने की जरुरत भी नहीं है.
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TRAI ने रिलायंस जियो के ऑफर की जांच की और इस नतीजे पर पहुंचा कि जियो का नया हैपी न्यू इयर ऑफर पुराने वेलकम ऑफर का एक्सटेंशन नहीं है और दोनों के फायदे भी अलग हैं.
टेलीकॉम ऑपरेटर कंपनियां जियो के हैपी न्यू ऑफर की शिकायत लेकर TRAI के फैसले के बाद टेलीकॉम ट्रिब्यूनल TDSAT के पास पहुंचे थे पर वहां से भी जियो को क्लीन चिट मिल गयी.
कवरेज में नंबर 1, स्पीड में पीछे :
फाइनेंशियल सर्विस कंपनी Credit Suisse के अनुसार 80 फीसदी से भी ज्यादा शहरों के सर्वे में ये नतीजा सामने आया कि रिलायंस जियो का नेटवर्क कवरेज बाकी ऑपरेटर्स की तुलना में सबसे बेहतरीन है. साथ ही इसका 4G नेटवर्क भी बाकियों की तुलना में काफी बेहतर है. वहीं, 4G स्पीड के मामले में जियो एयरटेल से पीछे है.