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मोबाइल पर न्यूनतम इंटरनेट स्पीड तय करने के लिये ट्राई ने जारी किया दस्तावेज

क्या आप मोबाइल पर इंटरनेट कनेक्शन की स्‍पीड धीमे होने से परेशान हैं? तो आपके लिए राहत भरी खबर है. दूरसंचार नियामक ट्राई जल्दी ही न्यूनतम डाउनलोड स्पीड तय कर सकता है जिसके आधार पर दूरसंचार कंपनियों को वायरलेस डेटा सर्विस देने होंगे.

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क्या आप मोबाइल पर इंटरनेट कनेक्शन की स्‍पीड धीमे होने से परेशान हैं? तो आपके लिए राहत भरी खबर है. दूरसंचार नियामक ट्राई जल्दी ही न्यूनतम डाउनलोड स्पीड तय कर सकता है जिसके आधार पर दूरसंचार कंपनियों को वायरलेस डेटा सर्विस देने होंगे.

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ट्राई ने इस बारे में दस्‍तावेज जारी कर कहा है कि उपभोक्ताओं से डाउनलोड की धीमी स्‍पीड को लेकर कई शिकायतें मिल रही हैं. मामले पर गौर करने के बाद ऐसा लगता है कि अब वायरलेस डेटा सर्विस के लिये न्यूनतम डाउनलोड स्पीड की बाध्यता होनी चाहिए. फिलहाल टेलिकॉम कंपनियों पर वायरलेस सेवा के लिये कोई न्यूनतम गति की बाध्यता नहीं है.

3जी कंपनियां मोबाइल इंटरनेट स्पीड 7.1 एमबीपीएस से 21 एमबीपीएस के दायरे में देने का वादा करती है. 7.1 एमबीपीएस स्पीड पर एक एक मोबाइल ग्राहक को पूरी फिल्म डाउनलोड करने में करीब 12 से 14 मिनट का समय लगता है. लेकिन फिल्म के आकार का फाइल डाउनलोड करने में करीब 40 मिनट का समय लगता है. कंपनियों ने ट्राई को जो न्यूनतम स्पीड के बारे में जानकारी दी है, वह 399 केबीपीएस (न्यूनतम ब्रॉडबैंड स्पीड 512 केबीपीएस) से 2.48 एमबीपीएस है.

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ट्राई को पता चला है कि एक कंपनी दी जा रही न्यूनतम स्पीड ब्रॉडबैंड कहे जाने लायक नहीं है. नियामक का मानना है कि 3जी और सीडीएमए ईवीडीओ सेवा के लिये न्यूनतम डाउनलोड स्पीड 95 प्रतिशत सफलता दर के साथ एक मेगाबिट प्रति सेकेंड होनी चाहिए. जीएसएम और सीडीएमए 2जी के मामले में न्यूनतम गति 56 किलोबिट प्रति सेकेंड तथा सीडीएमए हाई स्पीड डेटा के लिये 512 केबीपीएस होनी चाहिए. ट्राई ने इस बारे में लोगों से 5 मई तक राय मांगी हैं. इस बारे में जवाबी प्रतिक्रिया 12 मई तक दी जा सकती है.

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