Vivo Apex 2019 Concept एक ऐसा स्मार्टफोन है जो काल्पनिक लगता है, लेकिन यह सच्चाई है. टेक्नॉलजी की रेस में वाकई ये आगे है, लेकिन क्या ये असलियत बन पाएगा? बहरहाल हमने इस स्मार्टफोन को कुछ समय के लिए यूज किया है और इस आधार पर हम आपको बताते हैं कि फ्यूचरिस्टिक स्मार्टफोन कैसा है.
सबसे पहले आपको ये बता दें कि इस स्मार्टफोन में कोई होल नहीं है, कोई स्पीकर ग्रिल नहीं है, कोई वॉल्यूम रॉकर की या पावर बटन नहीं है. यहां तक की वायरलेस चार्जिंग का सपोर्ट तक नहीं है.
बिना होल वाले स्मार्टफोन को लेकर आपके सवाल, ये हैं जवाब
अब आपके मन में जाहिर है कई सवाल आए होंगे. जैसे ये चार्ज कैसे होगा, ऑडियो कहां से आएगा, सिम कहां लगेगा, लॉक अनलॉक कैसे करेंगे वगैरह वगैरह.
इसका जवाब ये है.
--- इसें ई-सिम यूज किया जाएगा.
--- चार्जिंग के लिए इसके रियर पैनल मैग्निटिक कनेक्टर दिया गया है.
--- ऑडियो के लिए कंपनी ने बॉडी साउंडकास्टिंग टेक का यूज किया है, इसके तहत डिस्प्ले स्पीकर की तरह काम करता है.
--- कॉलिंग के लिए भी स्क्रीन से ऑडियो ट्रांस्मिट की जाती है. इसलिए कोई इयरपीस भी नहीं है.
--- फोन अनलॉक या वॉल्यूम अप डाउन के लिए इसके साइड में सेंसर्स हैं जिसे प्रेस करके वॉल्यूम रॉक कीज की तरह यूज कर पाएंगे.
--- पूरी डिस्प्ले ही फिंगरप्रिंट स्कैनर का काम करती है. कहीं भी फिंगर स्कैन करके इसे ओपन कर सकते हैं.
आपको सभी सवालों के जवाब मिल गए होंग. अब जानते हैं इस स्मार्टफोन में क्या हार्डवेयर यूज किए गए हैं.
हार्डवेयर क्या हैं - 12GB रैम 512GB मेमोरी
Vivo Apex 2019 में Qualcomm Snpadragon 855 प्रॉसेसर दिया गया है. इस फोन में 12GB रैम और इंटर्नल मेमोरी 512GB की है. इस स्मार्टफोन में Qualcomm X50 5G मोडेम भी लगाया गया है. इस फोन के दो स्टोरेज वेरिएंट होंगे, लेकिन मैने इसका 512GB वेरिएंट ही यूज किया है. Apex 2019 में दो रियर कैमरे हैं जो सेंटर में हैं. कैमरा बंप नहीं है और न ही एलईडी के लिए कोई बंप है. पूरा सेटअप रियर पैनल के अदंर है. एक लेंस 13 मेगापिक्सल का है, जबकि दूसरा 12 मेगापिक्सल का है.
यूज़ करने में कैसा लगा
Vivo Apex 2019 को यूज करते ही आप समझ लेंगे कि ये दूसरों से काफी अलग है. कुछ समय हमें अनलॉक करने और वॉल्यूम एडजस्ट करने का फंडा समझने में लगा. लेकिन कुछ समय में ये आसान हो गया. पूरी डिस्प्ले पर फिंगरप्रिंट स्कैनर यूज करने का अनुभव शानदार है. डिस्प्ले के किसी भी हिस्से में फिंगर स्कैन करके फोन अनलॉक कर सकते हैं. यूजर इंटरफेस आम वीवो स्मार्टफोन की तरह ही, सेटिंग्स मे कई बदलाव हैं और कुछ ऐप्स दिए गए हैं.
हमने इस पर ऑडियो प्ले किया और इसकी क्वॉलिटी काफी अच्छी लगी. बिना स्पीकर ग्रिल के ऑडियो सुनना भी एक अलग तरीके का अनुभव है.
चार्जिंग काफी आसान है, मैग्नेटिक कनेक्टर है और इससे चार्जर कनेक्ट करना भी आसान है. हालांकि मैग्नेटिक कनेक्टर चार्जर मेन स्ट्रीम नहीं है, इसलिए कंपनी को इसमें वायरलेस चार्जिंग देने के बारे में सोचना चाहिए. चार्जिंग केबल से आप डेटा भी ट्रांसफर कर सकते हैं.
साइड में दिए गए वॉल्यूम रॉकर और लॉक सेंसर भी ठीक ठाक काम करते हैं. चूंकि ये अभी कॉन्सेप्ट है, इसलिए कई बार इसे यूज करने में प्रॉब्लम आती है. ठीक वैसे ही फुल डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर भी कभी कभी रेस्पॉन्सिव नहीं होता है.
सिम कार्ड ट्रे का न होना एक बड़ी समस्या है, क्योंकि फिलहाल कम से कम भारतीय मार्केट में तो ई सिम का ट्रेंड न के बराबर है. हालांकि जियो और एयरटेल जैसी कंपनियां ई-सिम देती हैं. लेकिन फिर भी ये अनरियल लगता है. फोन के स्पेसिफिकेशन्स टॉप के हैं, तो कुछ समय के यूज पर इसमें कोई लैग नोटिस नहीं हुआ और फोन स्मूद काम करता है.
क्या ये सच्चाई बन पाएगा?
कुल मिला कर ये है कि यह स्मार्टफोन फ्यूचरिस्टिक है, काल्पनिक को कंपनी ने सच्चाई में तब्दील किया है. देखना होगा कंपनी इसे असल में लॉन्च जब करेगी तो इसमें कितने बदलाव होते हैं. इसमें कोई शक नहीं है कि ये फोन जम कर सुर्खियां बटोरेगा, लेकिन ये फोन मेनस्ट्रीम बन पाएगा या नहीं ये अभी नहीं कहा जा सकता है. हालांकि ऑल डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर और स्क्रीन ऑडियो फीचर वाली टेक्नॉलजी को यूज करना किसी दूसरी कंपनी के लिए भी बेहतर हो सकता है. ठी उसी तरह जैसे अब कंपनियां अडंर डिस्प्ले फिंगरप्रिंट स्कैनर वाले स्मार्टफोन लॉन्च कर रही हैं. वीवो ही वो कंपनी है जिसने सबसे पहले ये टेक्नॉलजी वाला स्मार्टफोन लॉन्च किया था.
टेक्नॉलजी के मामले में एक कदम आगे..
Vivo Apex 2019 Concept – एक फ्यूचरिस्टिक स्मार्टफोन है और ये ट्रेंड सेटर बन सकता है. लेकिन कंपनी को इस पर काफी काम करने की जरूरत है.