दुनिया का सबसे ज्यादा यूज किया जाने वाला इंस्टैंट मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप है. जिस शख्स ने इसे बनाया है वो अब इसे अलविदा कह रहा है. आपको पता होगा कि वॉट्सऐप को फेसबुक ने खरीद लिया था और अब यह फेसबुक की ही कंपनी है.
खबर है कि वॉट्सऐप के को-फाउंडर जेन कूम फेसबुक से आंतरिक झगड़े और डेटा प्राइवेसी को लेकर कंपनी छोड़ रहे हैं. वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक वॉट्सऐप की मैसेजिंग स्ट्रैटिजी को लेकर पेरेंट कंपनी फेसबुक से उनकी अनबन हो गई है जिसक वजह से उन्होंने यह फैसला लिया है.
वॉशिंगटन पोस्ट ने कंपनी के आंतरिक बातचीत के जानकारो के हवाले से कहा है कि फेसबुक यूजर्स के पर्सनल डेटा को इस्तेमाल करना चाहता है और वॉट्सऐप के एन्क्रिप्शन को कमजोर करना चाहता है जो वॉट्सऐप के को फाउंडर को नागवार गुजरा है.
गौरतलब है 2014 में जेन ने फेसबुक से 19 बिलियन डॉलर में अपनी कंपनी वॉट्सऐप बेच दी थी. इसके बाद वो अपनी कंपनी के साथ फेसबुक का हिस्सा बन गए थे और फेसबुक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर में भी शामिल हो गए थे. लेकिन अब बतया जा रहा है कि उन्होंने फेसबुक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर से भी खुद को अलग करने का फैसला किया है. हालांकि अभी तक ये साफ नहीं है कि वो फेसबुक कब छोड़ रहे हैं यानी तारीख का पता नहीं है.
जेन कूम ने अभी तक यह साफ नहीं किया है कि वो फेसबुक क्यों छोड़ रहे हैं. क्योंकि उन्होंने फेसबुक पोस्ट में ऐसा कुछ भी जिक्र नहीं किया है.
जेन ने फेसबुक पोस्ट में लिखा है, ‘लगभग दशक हो बीत गए हैं जब से ब्रायन और मैंने मिलकर वॉट्सऐप की शुरुआत की थी और यह सफर बेहतरीन रहा है. लेकिन अब आगे समय आगे बढ़ने का है.’
उन्होंने कहा है, ‘मैं ऐसे समय में वॉट्सऐप छोड़ रहा हूं जब इतने लोग वॉट्सऐप यूज कर रहे हैं जितनी मुझे उम्मीद भी नहीं थी. टीम पहले से मजबूत है और यह आगे भी बेहतर काम करती रहेगी’
कुल मिला देखा जाए तो जिन दो शख्स ने मिलकर वॉट्सऐप को बनाया था अब वो वॉट्सऐप से अलग हो चुके हैं. ब्रायन ऐक्टन ने पहले ही लोगों से अपील कर चुके हैं कि फेसबुक डिलीट कर दें और अब वॉट्सऐप के दूसरे फाउंडर यानी जेन कूम ने भी फेसबुक छोड़ दिया है.
इन दोनों फाउंडर्स ने जब वॉट्सऐप को फेसबुक के हाथों बेचा था तब उन्होंने ये वादा किया था कि यूजर्स डेटा की रक्षा करना उनकी मुख्य जिम्मेदारी रहेगी. 2016 में एंड टु एंड एनक्रिप्शन ला कर इसे बेहतर भी किया गया, लेकिन फिर ये खबर आई कि वॉट्सऐप का डेटा फेसबुक के पास जाएगा और उसे वो इस्तेमाल करेगी. इसके बाद अब कैंब्रिज अनालिटिका मामला आया और शायद इन वजहों से ही अनबन की शुरुआत हुई है जैसा रिपोर्ट्स में भी कहा जा रहा है.
अब सवाल ये है कि वॉट्सऐप पर यूजर सिक्योरिटी का क्या होगा. जानकारों का मानना है कि अब मार्क जकरबर्ग इसे अपने तरीके से चलाएंगे और संभव है कि वॉट्सऐप का अब ज्यादा यूजर डेटा फेसबुक के साथ शेयर किया जा सकता है.