चीन के वुहान शहर से फैला कोरोना वायरस धीरे-धीरे अपने पैर पसार रहा है. ये जानलेवा वायरस भारत में भी दस्तक दे चुका है और रिपोर्ट्स के मुताबिक केरल में इसके दो मरीज मिले हैं. लेकिन ये कोरोना वायरस साइबर क्रिमिनल्स के लिए फायदेमंद साबित होता दिख रहा है.
कोरोना वायरस को लेकर ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दी गई है. साइबर सिक्योरिटी फर्म Kaspersky और IBM X-Force ने एक नए कैंपेन के बारे में पता लगाया है. ये कैंपेन बॉट नेट के जरिए काम करता है और टारगेट यूजर्स के पास मैलवेयर से इंफेक्टेड ई-मेल्स भेजे जाते हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक इस तरह के ईमेल्स के अटैचमेंट्स में कोरोना वायरस से बचने के तरीके और इससे प्रिवेंट करने के तरीकों के बारे में लिखा जा रहा है. ताकि यूजर्स इसे ओपन करने के लिए मजबूर हों.
हैरानी की बात ये है कि ये साइबर क्रिमिनल्स Coronavirus के नाम से Emotet Trojan भेज रहे हैं. गौरतलब है कि इससे पहले इसी मैलवेयर्स को साइबर क्रिमिनल्स पेमेंट इन्वॉइस के तौर पर भेजते रहे हैं.
IBM X Force के मुताबिक इस तरह के ज्यादातर ईमेल्स जापानी भाषा में लिखे होते हैं. ईमेल का सब्जेक्ट लाइन जापानी में लिखा जा रहा है.
IBM X Forec ने कहा है, ' कोरोना वायरस का प्रभाव ज्यादा है और इन्फेक्शन का डर भी है, इसलिए Emotet मैलवेयर फैलाने के लिए ये नया तरीका ज्यादा सक्सेसफुल है. इस मेथड से आगे भी अलग-अलग लैंग्वेज में साइबर अटैक किए जा सकते हैं.'
आपको क्या करना है?
ई-मेल, वॉट्सऐप या किसी भी ऐप से अगर कोरोना वायरस को लेकर किसी अनजान ई-मेल आईडी या नंबर से कोई जानकारी आए और उसमें अटैचमेंट हो तो इसे खोलने से बचें. कोरोना वायरस के लिए सरकार ने हेल्प लाइन जारी की है और WHO की वेबसाइट पर भी इसके बारे में जानकारी है जहां से आप इसके बारे में जान सकते हैं.