एंड्रॉयड स्मार्टफोन्स के लिए नए-नए तरीके के ऐप्स डेवेलप किए जाते हैं ताकि लोगों से ठगी की जा सके. अब नए तरह के ऐप्स डिस्कवर किए गए हैं.
साइबर सिक्योरिटी फर्म Sophos के रिसर्चर्स ने 25 एंड्रॉयड ऐप्स ढूंढे हैं जो Fleeceware में इनवॉल्व हैं. अब सवाल ये है कि ये Fleeceware क्या है?
आसान शब्दों में समझ लें कि Fleeceware एक नए तरह का स्कैम है. इसके तहत उन ऐप्स को टारगेट किया जाता है जो पेड होते हैं, लेकिन फ्री ट्रायल के साथ आते हैं. इससे प्रभावित ऐप्स को आप मोबाइल से हटा भी दें तो भी आपके अकाउंट से पैसे कटेंगे.
Photo - Sophos
गूगल प्ले स्टोर पर दो दर्जन ऐसे ऐप्स पाए गए हैं और Sophos की रिपोर्ट के मुताबिक 600 मिलियन बार इससे प्रभावित ऐप्स डाउनलोड किए गए हैं. इस तरह के ऐप्स अगर आपके स्मार्टफोन में भी हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है.
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आम तौर पर जो पेड ऐप्स होते हैं उनकी मेंबरशिप लेने के लिए आपको पैसे देने होते हैं. हफ्ते भर या दो दिन के लिए ये ऐप्स ट्रायल देते हैं.
ट्रायल खत्म होने के बाद यूजर के अकाउंट से पैसे काटे जाते हैं, लेकिन ट्रायल से पहले अगर आप कैंसिल करना चाहें तो इसे मैनुअली कर सकते हैं. हालांकि ऐसा भी होता है कि अगर आप उस ऐप को ट्रायल खत्म होने से पहले अपने मोबाइल से डिलीट कर देते हैं तो बिलिंग नहीं होती है.
रिपोर्ट के मुताबिक स्टोर पर कुछ ऐप्स हैं जिन्हें 100 मिलियन डिवाइस में इंस्टॉल किया गया है और इनमें गूगल प्ले स्टोर के टॉप और वैध पब्लिशर्स भी शामिल हैं. इससे पहले डेवेलपर्स एक साल तक का अमाउंट चार्ज करते थे, लेकिन बाद में इन्होंने मंथली पेमेंट सिस्टम कर दिया है.
कुल मिला कर बात ये है कि इस तरह के ऐप्स आपकी जेब खाली कर सकते हैं. अगर आप एंड्रॉयड स्मार्टफोन यूजर हैं तो आप इस तरह के ऐप्स के झांसे में आसानी से आ सकते हैं, लेकिन आपके पास बचने का भी तरीका है. इस तरह के फ्रॉड से बचने के लिए आप फ्री ट्रायल वाले ऐप्स को तरजीह न दें.
हमेशा की तरह हम आपको यह सलाह देते हैं कि किसी भी ऐप को इंस्टॉल करने से पहले उसके पब्लिशर की जांच करें और टर्म्स एंड कंडीशन को समझने की कोशिश करें.