डिक्शनरी ऐप, बार कोड रीडर और ऑडियो प्लेयर – ऐसे ऐप्स हैं जिन्हें गूगल प्ले स्टोर से आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है. ये ऐप्स फ्री होते हैं और इजी टु डाउनलोड भी होते हैं. लेकिन इन ऐप्स से आपका बड़ा नुकसान हो सकता है..
ये ऐप काफी पॉपुलर हैं और लाइट भी हैं. इस तरह के ज्यादातर ऐप्स के पब्लिशर का कोई अता पता नहीं होता है.एक रिसर्च में पाया गया है कि ऐसे ऐप्स आपकी जानकारियां भी चोरी करते हैं...
रिसर्चर्स की टीम के मुताबिक गूगल प्ले स्टोर में 34 ऐसे ऐप्स मिले हैं जिनमें Cliker Trojan है. ये ऐप दुनिया भर में यूजर्स ने 101 मिलियन बार डाउनलोड किया है...
डॉक्टर वेब के रिसर्चर्स के मुताबिक ये मैलवेयर जनरल ऐप्लिकेशन में ऐड किया गया था. इनमें ऐसे ऐप्स हैं जो आम तौर पर यूजर्स रोजमर्रा के काम के लिए डाउनलोड करते हैं. ये मोबाइल में इंस्टॉल होने के बाद जानकारियां कलेक्ट करते हैं..
डॉक्टर वेब ने कहा है, इन ऐप्स में ऑडियो प्लेयर्स, डिक्शनरी ऐप्स, बारकोड स्कैनर ऐप्स शामिल हैं. ये ऐप्स साइज में छोटे होते हैं और आसानी से कम इंटरनेट स्पीड में भी डाउनलोड किए जा सकते हैं. रिसर्चर्स ने यह भी बताया है कि ये ऐप्स पूरी तरह फंक्शनल हैं और इनके यूजर इंटरफेस में कोई भी ग्लिच नहीं मिला है. यानी ये पूरी तरह से सही काम करते हैं..
आपको बता दें कि Clicker Trojan एक तरह का मैलवेयर है जो प्रभावित स्मार्टफोन के बैकग्राउंड में काम करता है. इसके साथ ही ये मैलवेयर बिना यूजर की जानकारी के स्मार्टफोन की संवेदनशील जानकारियां चोरी करता है.
Android Click 312.origin नाम के इस Clicker Trojan के जरिए रिसर्चर्स की टीम ने ऐप लॉन्च के 8 घंटे के अंदर प्रभावित डिवाइस की संवेदनशील जानकारियां इकठ्ठी करने का दावा किया है. इन जानकारियों में ऑपरेटिंग सिस्टम की डीटेल्स, टाइम जोन, डिवाइस डीटेल्स, यूजर की कंट्री, इंटरनेट कनेक्शन की जानकारी शामिल हैं.
रिसर्चर्स ने कहा है कि ये सारी जानकारियां कलेक्ट करके कमांड और कंट्रोल सर्वर पर भेजा जाता है जहां से नए कमांड्स और मॉड्यूल रिवर्ट किए जा सकते हैं. ये यूजर्स के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है.
गूगल ने डॉक्टर वेब की इस रिपोर्ट के बाद प्ले स्टोर से इन ऐप्स को हटा लिया है. लेकिन अब भी ऐसे ऐप्स हो सकते हैं जो आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं. इसलिए आप इस तरह के ऐप्स डाउनलोड करने से पहले डबल चेक जरूर करें.